
IITF 2024: आईआईटीएफ 2024 में यूपी पैवेलियन को स्वर्ण पदक, वैश्विक निवेश का केंद्र बना राज्य
रिपोर्ट: रवि डालमिया
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ 2024) में उत्तर प्रदेश के पैवेलियन ने अपनी अनूठी पहचान बनाई, जहां राज्य को वैश्विक निवेश और व्यापार के लिए उभरते केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया गया। भारत मंडपम में आयोजित इस भव्य मेले के समापन समारोह में उत्तर प्रदेश पैवेलियन को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ के विकास मॉडल का प्रदर्शन
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास मॉडल को दर्शाते हुए, इस पैवेलियन ने 3 लाख से अधिक आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। इस आयोजन ने बी2बी और बी2सी संपर्क को बढ़ावा दिया, जिससे करोड़ों के ऑर्डर मिले और राज्य की उभरती आर्थिक ताकत को बल मिला। समापन समारोह में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने उत्तर प्रदेश के बदलाव पर जोर देते हुए कहा, “आज, यूपी न केवल सांस्कृतिक धरोहर के लिए, बल्कि औद्योगिक विकास में अपनी भूमिका के लिए भी जाना जाता है।” उन्होंने कारीगरों और उद्यमियों को वैश्विक मंच प्रदान करने के लिए आईआईटीएफ की सराहना की।
120 स्टॉल्स में ओडीओपी उत्पादों की प्रस्तुति
उत्तर प्रदेश के मंडप में 120 से अधिक स्टॉल्स ने राज्य की विविधता को प्रदर्शित किया। भदोही के कालीन, मुरादाबाद की पीतल कारीगरी, कन्नौज के इत्र, और वाराणसी की रेशमी साड़ियाँ मुख्य आकर्षण रहीं।
20 से अधिक स्टॉल महिला उद्यमियों द्वारा संचालित किए गए, जिन्होंने चिकनकारी, बनारसी रेशम, जैविक उत्पादों और हस्तनिर्मित आभूषणों का प्रदर्शन किया। इनके नवाचार ने परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत मिश्रण दिखाया। समारोह में यूपी मंडप में उत्कृष्ट उपस्थिति के लिए पुरस्कार वितरित किए गए। कानपुर की एफ.के. इंटरनेशनल ने प्रथम पुरस्कार (₹25,000), नोएडा के मोड रिटेल सेल्स एंड मार्केटिंग ने द्वितीय पुरस्कार (₹20,000), और आजमगढ़ के बुनकर हथकरघा विकास केंद्र ने तृतीय पुरस्कार (₹15,000) जीता। आईआईटीएफ 2024 में उत्तर प्रदेश का यह प्रदर्शन राज्य की आर्थिक और सांस्कृतिक क्षमता को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का एक बड़ा कदम साबित हुआ।