Hyundai Motor IPO: ग्रे मार्केट में प्रीमियम में सुधार, लिस्टिंग पर मुनाफे की संभावना
Hyundai Motor IPO: हुंडई मोटर इंडिया ने हाल ही में भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़ा आईपीओ पेश किया है, जिसने पिछले दो वर्षों में सबसे बड़े आईपीओ, एलआईसी के 21,008.48 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ दिया। इस आईपीओ की सफलता केवल इसके आकार में नहीं, बल्कि इसके संभावित लिस्टिंग प्रदर्शन में भी देखी जा रही है। निवेशकों का ध्यान इस बात पर है कि क्या हुंडई मोटर आईपीओ अपने लिस्टिंग प्रदर्शन में भी एलआईसी को पीछे छोड़ पाएगी।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)
हुंडई के शेयर 1960 रुपये के भाव पर जारी किए गए हैं। ग्रे मार्केट में इस आईपीओ के लिए प्रीमियम की शुरुआत नकारात्मक रही थी, जिसमें इसकी GMP -32 रुपये तक गिर गई थी। हालाँकि, यह धीरे-धीरे बेहतर होती गई और वर्तमान में यह 85 रुपये पर पहुँच गई है। इससे यह संकेत मिल रहा है कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग पर 4% से अधिक लाभ मिल सकता है।
हालांकि, बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रे मार्केट प्रीमियम की स्थिति के बजाय कंपनी की व्यावसायिक सेहत और लिस्टिंग के दिन के बाजार की परिस्थितियाँ अधिक महत्वपूर्ण साबित होंगी। इसलिए, निवेशकों को इस IPO के प्रति सावधानी से विचार करना चाहिए।
Hyundai Motor IPO: के लिए रिस्पांस
Hyundai Motor IPO ₹27,870.16 करोड़ का आईपीओ 15-17 अक्टूबर के बीच खोला गया था। निवेशकों ने ₹1865-₹1960 के प्राइस बैंड में इस IPO में भाग लिया। यह IPO ओवरऑल 2.37 गुना सब्सक्राइब किया गया, जिसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 6.97 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.60 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 0.50 गुना भरा गया था।
इन आंकड़ों के आधार पर यह स्पष्ट है कि QIBs ने IPO में अधिक रुचि दिखाई, जबकि खुदरा निवेशकों का हिस्सा अपेक्षाकृत कम रहा। एंप्लॉयीज को प्रति शेयर 186 रुपये का डिस्काउंट भी मिला है, जो इस IPO के प्रति कर्मचारियों की रुचि को दर्शाता है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
Hyundai Motor इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी OEM (ओरिजिनिल इक्विपमेंट मेकर) है और इसकी घरेलू मार्केट में 14.6% हिस्सेदारी है। सितंबर 2024 में, कंपनी ने 64,201 गाड़ियों की बिक्री की, जो सालाना आधार पर 10% कम थी। 2024 में अब तक कंपनी ने 5.77 लाख गाड़ियां बेचीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में स्थिर रही।
कंपनी की वित्तीय स्थिति भी अच्छी दिख रही है। वित्त वर्ष 2022 में, Hyundai Motor ने 29.02 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो वित्त वर्ष 2023 में 47.09 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 60.60 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। इस दौरान, कंपनी का रेवेन्यू सालाना 14% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 713.02 करोड़ रुपये पर पहुँच गया।
वर्तमान वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2024) में कंपनी ने 14.90 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 175.68 करोड़ रुपये का रेवेन्यू प्राप्त किया है।
लिस्टिंग की संभावनाएँ
Hyundai Motor IPO भारतीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। इसकी सफलता न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकती है। यदि हुंडई मोटर अपने लिस्टिंग प्रदर्शन में अच्छा करती है, तो यह अन्य कंपनियों को भी शेयर बाजार में लाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।
हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि आईपीओ की सफलता केवल ग्रे मार्केट प्रीमियम पर निर्भर नहीं करती है, बल्कि कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतियों, बाजार की प्रतिस्पर्धा और ग्राहक की मांग पर भी निर्भर करती है।
निष्कर्ष
अंततः, Hyundai Motor IPO एक बड़ा अवसर हो सकता है, लेकिन निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए। बाजार के हालात, कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाएँ सभी महत्वपूर्ण कारक हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए। यह देखना दिलचस्प होगा कि लिस्टिंग के दिन यह आईपीओ किस तरह का प्रदर्शन करेगा और क्या यह निवेशकों के लिए लाभकारी साबित होगा।
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