Greater Noida Crime: जेवर एयरपोर्ट से बड़ी चोरी का पर्दाफाश: साइट इंजीनियर सहित चार गिरफ्तार, 15 लाख की एल्युमीनियम केबल बरामद

Greater Noida Crime: जेवर एयरपोर्ट से बड़ी चोरी का पर्दाफाश: साइट इंजीनियर सहित चार गिरफ्तार, 15 लाख की एल्युमीनियम केबल बरामद
ग्रेटर नोएडा। जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण स्थल से की गई बड़ी चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। थाना इकोटेक प्रथम पुलिस ने टाटा कंपनी में कार्यरत एक साइट इंजीनियर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो मिलकर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट से एल्युमीनियम केबल चोरी कर उसे कबाड़ियों को बेचने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से करीब 15 लाख रुपये मूल्य के सात बंडल एल्युमीनियम केबल, एक फर्जी नंबर प्लेट लगा कैंटर वाहन और एक स्विफ्ट कार बरामद की है।
जानकारी के अनुसार, बीती मंगलवार देर रात पुलिस टीम जीबीयू चौराहे पर नियमित चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक कैंटर और उसके पीछे चल रही स्विफ्ट कार को रुकने का इशारा किया गया। दोनों वाहन रुकने से बचते हुए आगे बढ़ने लगे, जिसके बाद पुलिस ने अपनी गाड़ी आगे लगाकर उन्हें रोक लिया। जांच के दौरान पता चला कि कैंटर पर हरियाणा की नकली नंबर प्लेट लगी हुई थी और उसमें काले तथा पीले रंग की एल्युमीनियम केबल के सात बड़े बंडल भरे हुए थे। पुलिस को देखते ही वाहन चालक और स्विफ्ट में सवार आरोपी घबरा गए और पूछताछ में चोरी की साजिश उजागर हो गई।
पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि यह केबल जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट साइट से चोरी की गई है और इस चोरी में एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के भीतर काम करने वाले कुछ लोग भी शामिल थे। आरोपियों ने खुलासा किया कि शिवम शर्मा निवासी ग्राम लालपुर थाना टप्पल जिला अलीगढ़, जो टाटा कंपनी में टर्मिनल बिल्डिंग प्रोजेक्ट के साइट इंजीनियर के रूप में कार्यरत है, चोरी में उनकी मदद कर रहा था। वह नए एल्युमीनियम केबल को कबाड़ घोषित कर वाहनों में लोड करवाता था और कबाड़ियों को बेच देता था।
पुलिस ने कैंटर चालक इरशाद अहमद, मो. सिराज और इजहार उर्फ सोनू — तीनों निवासी टिकरिया गांव, थाना डुमरियागंज, जिला सिद्धार्थनगर — को गिरफ्तार किया। मौके से बरामद किए गए वाहनों और केबल को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने कई बार इसी तरह माल चोरी कर बेचने की कोशिश की थी, और यह मामला बड़े नेटवर्क की ओर संकेत करता है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि चोरी के इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं तथा चोरी का सामान कहां बेचा जाता था।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने एयरपोर्ट परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने और समय-समय पर कर्मचारियों की निगरानी बढ़ाने की बात कही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।





