गंगा एक्सप्रेस वे को यमुना एक्सप्रेस से जोड़ने की कवायद शुरू
गंगा एक्सप्रेस वे को यमुना एक्सप्रेस से जोड़ने की कवायद शुरू
अमर सैनी
नोएडा। यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेस वे गंगा एक्सप्रेस वे को यमुना एक्सप्रेस से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने दो विकल्पों के बाद शनिवार को शासन को सहमति भेज दी है। इसके लिए शासन ने शुक्रवार को पत्र भेजकर सहमति मांगी थी। एक विकल्प में गंगा एक्सप्रेस वे को सेक्टर-29 के पास जोड़ने की बात कही है। जबकि दूसरे विकल्प में एयरपोर्ट के अंतिम में पलवल-खुर्जा एक्सप्रेस वे के पास जोड़ने की बात कही है।
594 किलोमीटर लंबा छह लेन का गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ के एनएच -334 से शुरू हो रहा है और यह प्रयागराज पर समाप्त होगा। शासन की मंशा है कि इसको यमुना एक्सप्रेस वे से भी जोड़ा जाए। इसके लिए शासन से यमुना प्राधिकरण के पास निर्देश आया था। जिसके बाद एक मार्ग रेखा (एलाइनमेंट) यमुना प्राधिकरण को भेजी गयी, जो गंगा एक्सप्रेस वे के 44 वें किलोमीटर पर शुरू होकर जेवर तक आ रही है। यह क्षेत्र 79 किलोमीटर लंबा है। इसमें 68 गांव शामिल हैं। इसमें कुछ गांव यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अधिसूचित हैं। बाकी बुलंदशहर विकास प्राधिकरण (बीडीए) के हैं। दो गांव न्यू नोेएडा के हैं। दो गांव ऐसे हैं जो कहीं भी अधिसूचित नहीं है। इनकी मार्ग रेखा के संबंध में संबंध में यमुना प्राधिकरण से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगा गया। यमुना एक्सप्रेस वे पर गंगा एक्सप्रेस वे 30 वें किलोमीटर पर आकर जुड़ रहा है। यह गंगा एक्सप्रेसवे का का 44 वां किलोमीटर है। इन दोनों को जोड़े जाने की शासन की योजना है।