
Bulandshahar News : (अवनीश त्यागी) जिले के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. छत्रपाल सिंह का दिल्ली एम्स में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। अत्यंत मृदु भाषी और सदैव समर्थकों के बीच जुड़े रहने वाले डॉ. छत्रपाल सिंह 79 वर्ष के थे। भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री छत्रपाल सिंह के निधन की सूचना मिलते ही उनके समर्थ को और पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक व्यक्त हो गया। स्याना तहसील क्षेत्र गांव बिगराऊं के मूल निवासी डॉ. छत्रपाल सिंह लोकसभा सीट से चार बार सांसद रहे।
ये है राजनीती करियर
दरअसल, उनका राजनीतिक सफर 1980 में स्याना विधानसभा से जनता पार्टी (एस) के टिकट पर शुरू हुआ। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने 1991, 96, 98 और 1999 में बुलंदशहर से सांसद के रूप में जीत दर्ज की। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जनवरी 2003 में उन्हें केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन राज्यमंत्री बनाया गया। 2004 में भाजपा ने उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को बुलंदशहर से टिकट दिया।
इनके करीबी मानें जाते थे
इसके बाद पार्टी ने उन्हें उड़ीसा से राज्यसभा भेजा। राज्यसभा सदस्य रहते एक स्टिंग मामले में फंसने के बाद उनका राजनीतिक करियर प्रभावित हुआ। वह कुछ समय के लिए राष्ट्रीय लोकदल में भी रहे। 2012 में अनूपशहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। एक समय कल्याण सिंह के करीबी माने जाने वाले छत्रपाल सिंह, कल्याण सिंह के भाजपा छोड़ने के बाद पार्टी में ही बने रहे। इसी वजह से दोनों नेताओं के बीच दूरियां बढ़गईं। फिलहाल वह बुलंदशहर नगर टीचर्स कॉलोनी में रह रहे थे।