Faridabad Pollution: फरीदाबाद में पॉल्यूशन का कहर, GRAP-4 के नियम हुए लागू
रिपोर्ट: संदीप चौहान
Faridabad Pollution: फरीदाबाद में बढ़ते पॉल्यूशन स्तर ने एक बार फिर से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। शहर के अलग-अलग इलाकों में पॉल्यूशन का स्तर 300 के पार पहुंच गया है, जिसे गंभीर स्थिति माना जा रहा है। इसके चलते प्रशासन ने GRAP-4 के नियम लागू कर दिए हैं, जिसके तहत निर्माण कार्य, BS-3 और BS-4 वाहनों की आवाजाही और तोड़फोड़ जैसी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है।
Faridabad Pollution: बढ़ते पॉल्यूशन और ठंड से लोगों का हाल बेहाल
प्रदूषण के साथ-साथ कड़ाके की ठंड ने गरीब मजदूर वर्ग को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। काम बंद होने के कारण दिहाड़ी मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनका गुजर-बसर मुश्किल हो गया है। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं, लेकिन ठंड इतनी बढ़ गई है कि हाथ-पैर में टीस और ठिठुरन की शिकायतें आम हो गई हैं।
Faridabad Pollution: स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं का आदेश
प्रदूषण स्तर के बढ़ने से स्कूलों के लिए भी कड़े कदम उठाए गए हैं। 10वीं और 12वीं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं की पढ़ाई फिर से ऑनलाइन मोड में शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर पॉल्यूशन का असर अधिक देखा जा रहा है। आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याएं तेजी से फैल रही हैं।
लोगों की परेशानी और बचाव के उपाय
जहां एक ओर प्रशासन ने पॉल्यूशन पर नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए हैं, वहीं आम लोग इन पाबंदियों से प्रभावित हो रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि GRAP-4 के नियमों के चलते निर्माण कार्य ठप हो गए हैं, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। ठंड और पॉल्यूशन के दोहरे संकट ने गरीब वर्ग के लिए जीना मुश्किल कर दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग करें और बचाव के लिए मास्क, गर्म कपड़े और घर के अंदर रहने जैसे उपाय अपनाएं।