नई दिल्ली, 18 जुलाई : एम्स दिल्ली के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रामा सेंटर को एनएबीएल से मान्यता मिल गई। इसके साथ ही यह देश का ऐसा पहला ट्रामा सेंटर बन गया है जिसकी हेमेटोलॉजी, फिजियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री लैबों में किए जाने वाले परीक्षणों और प्रक्रियाओं की रिपोर्ट देश में ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी स्वीकार्य होंगी।
एम्स ट्रामा सेंटर के चीफ डॉ कामरान फारूक ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए हम अपनी सभी लैब को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज (एनएबीएल) से मान्यता दिलाने के लिए प्रयासरत थे। एनएबीएल ने हमारी सभी लैब को मान्यता देने के साथ आएएसओ लेवल का प्रमाणपत्र भी दिया है। उन्होंने कहा, एनएबीएल मान्यता का मतलब प्रयोगशाला अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों को पूरा करती है और सटीक व विश्वसनीय परीक्षण परिणाम प्रदान करने में सक्षम है। इससे मरीजों का विश्वास बढ़ता है।
अंतर्राष्ट्रीय मान्यता
एनएबीएल अंतर्राष्ट्रीय प्रयोगशाला मान्यता सहयोग (आईएलएसी) और एशिया प्रशांत प्रयोगशाला मान्यता सहयोग (एपीएलएसी) पारस्परिक मान्यता व्यवस्थाओं का हस्ताक्षरकर्ता है। इसका मतलब है कि एनएबीएल-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, जिससे सीमाओं के पार परीक्षण परिणामों की स्वीकृति की सुविधा मिलती है।