2025 के कैलेंडर में जनभागीदारी से जनकल्याण की थीम पर जोर – अश्विनी वैष्णव ने किया अनावरण
2025 के कैलेंडर में जनभागीदारी से जनकल्याण की थीम पर जोर – अश्विनी वैष्णव ने किया अनावरण
नई दिल्ली – भारत सरकार ने वर्ष 2025 के कैलेंडर के लिए ‘जनभागीदारी से जनकल्याण’ थीम चुनी है, जो सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से जनकल्याण को रेखांकित करती है। रेल भवन में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस कैलेंडर का अनावरण किया। उन्होंने परिवर्तनकारी शासन के एक दशक की उपलब्धियों को उजागर करते हुए गरीब कल्याण, महिला सशक्तीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू और पत्र सूचना ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक धीरेंद्र ओझा भी मौजूद थे।
परिवर्तनकारी शासन के 11 वर्ष का जश्न
2025 का यह कैलेंडर सुशासन के 11वें वर्ष का प्रतीक है। केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा डिजाइन किए गए इस कैलेंडर में समावेशी विकास और भागीदारीपूर्ण शासन के महत्व को दर्शाया गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत मिशन और आयुष्मान भारत जैसी सफल योजनाओं में जनभागीदारी की अहम भूमिका को प्रदर्शित करता है।
कैलेंडर की मुख्य विशेषताएं
कैलेंडर की शुरुआत ‘सर्वेषां मंगलं भूयात्’ के आदर्श वाक्य से होती है। इसमें कृषि, महिला सशक्तीकरण, युवा विकास और बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी के उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने वाले दृष्टिकोण को ‘उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि’ के माध्यम से दर्शाया गया है।
यह कैलेंडर 13 भारतीय भाषाओं में प्रकाशित किया गया है और दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्राम पंचायतों में वितरित किया जाएगा। यह न केवल एक व्यावहारिक संसाधन है बल्कि सरकार के समावेशी विकास दृष्टिकोण का प्रतीक भी है।