अभिषेक ब्याहुत
नोएडा। थाना सेक्टर-24 पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से दो आरोपियों को आईसीआईसी बैंक से गिरफ्तार किया है। इनका काम फर्जी बैंक खाते खोलकर बेचना था। इन्ही दोनों लोगों ने सेक्टर-22 स्थित साउथ इंडियन बैंक के सहायक प्रबंधक राहुल शर्मा को खाते उपलब्ध कराए थे। राहुल शर्मा ने साउथ इंडियन बैंक में 28.07 करोड़ की धोखाधड़ी की थी। हाल ही में क्राइम ब्रांच की ओर से इस मामले में फ्रीज किया गया 4 करोड़ की रकम भी इन्ही के द्वारा राहुल को प्रोवाइड किए गए खातों से मिली थी।
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन ने बताया कि 4 करोड़ की रकम फ्रीज करने के इन लोगों के बारे में इनपुट मिला। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के आधार पर दोनों आरोपियों को आईसीआईसी बैंक सेक्टर-18 से गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान शैलेंद्र गौड़ और देवराज सिंह हुई। इनके पास से नगद 1 लाख 22 हजार 500 रुपए, 03 कम्प्यूटर सीपीयू, 02 लैपटॉप, 04 मोबाइल फोन, 75 डिजिटल सिग्नेचर पैन ड्राइव, 12 कटे बिल, 23 मुहर व एक कार स्कार्पियो बरामद की गयी है। इन लोगों ने किन-किन लोगों को खाते बेचे इसकी जानकारी की जा रही है। डीसीपी ने बताया कि ये दोनों लोग एक साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खोलकर नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद में लोगों में खाते प्रोवाइड कराते थे। और उससे मोटा कमीशन लेते थे। साउथ इंडियन बैंक फ्रॉड मामले में राहुल शर्मा ने 28.07 करोड़ रुपए पत्नी भूमिका शर्मा और मां सीमा समेत अन्य के खातों में ट्रांसफर की थी। जिसके बाद से वो फरार है। फिलहाल पुलिस ने बताया कि जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। इन्ही दोनों आरोपियों ने सहायक प्रबंधक को कई फर्जी खाते खोलकर दिए थे। इस नए लिंक से ये पता लगाना आसान होगा कि पैसा और किन-किन खातों में ट्रांसफर किया गया। मूल रूप से हरियाणा के रोहतक में रहने वाला राहुल शर्मा वर्तमान में सेक्टर-27 में परिवार के साथ रहता है। केस दर्ज होने के बाद से वह परिवार समेत फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस उन खातों की जांच कर रही है, जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई है।