अमर सैनी
नोएडा। नोएडा की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों ने विदेश जा रहे पार्सल में ड्रग्स होने का झांसा देकर रेलवे के रिटायर्ड जीएम को धमकाकर डिजिटल अरेस्ट कर उनसे 52 लाख रुपये ठगे थे। इसके अलावा भी आरोपियों ने कई लोगों से इसी तरह करोड़ों रुपये ऐंठे हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से एक मोबाइल और एक कार बरामद की है।
एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया कि पुलिस टीम ने रविवार को राजस्थान निवासी 23 वर्षीय किशन, लखन, महेंद्र, 32 वर्षीय संजय शर्मा, 31 वर्षीय प्रवीण जांगिड़ और 41 वर्षीय शंभू दयाल को गिरफ्तार किया है। ये सभी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि ये आरोपी व्हाट्सएप और स्काइप कॉल के जरिए लोगों को कॉल कर विदेश जाने वाले पार्सल में ड्रग्स होने की बात कहते हैं और उन्हें मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े जाने का झूठा झांसा देते हैं। इसके बाद ये लोगों को डरा-धमका कर डिजिटली अरेस्ट कर लाखों रुपये की नकदी फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करा लेते हैं। इसके बाद नकदी निकालकर आपस में बांट लेते हैं।
पूरे देशभर में वारदातों को दिया अंजाम
शुरुआती जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने मई माह में इन आरोपियों ने नोएडा में रहने वाले रिटायर्ड रेलवे जीएम प्रमोद कुमार को डिजिटली गिरफ्तार कर 52 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की थी। आरोपियों इस तरह की 73 साइबर अपराध की वारदातों को अंजाम दिया है। इनमें केरल, राजस्थान, तमिलनाडु और तेलंगाना में चार-चार, महाराष्ट्र में 13, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली, गुजरात में तीन-तीन, कर्नाटक में 10, आंध्र प्रदेश में आठ और उत्तर प्रदेश में सात वारदातें शामिल हैं।