दिल्ली पुलिस अपराधों को कम दिखाने के लिए पीड़ित पर ही बना रही दबाव, लूटपाट के बजाय स्नेचिंग का मुक़दमा दर्ज
दिल्ली पुलिस अपराधों को कम दिखाने के लिए पीड़ित पर ही बना रही दबाव, लूटपाट के बजाय स्नेचिंग का मुक़दमा दर्ज
रिपोर्ट: रवि डालमिया
दिल्ली पुलिस अपराधों को कम दिखाने के लिए पीड़ित पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया है. मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके का है. स्कूटी सवार तीन बदमाशों ने बंदूक के बल पर पैदल जा रहे तीन लोगों के साथ लूटपाट की, बदमाशों ने उनके पास मौजूद कैश और मोबाइल लूटकर फरार हो गए. आरोप है की पीड़ितों ने जब पुलिस में शिकायत की तो पुलिसकर्मी ने लूटपाट के बजाय स्नेचिंग का दबाव बनाया. जबकि लूटपाट की वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है, जिसमें स्कूटी सवार बदमाश बंदूक के बल पर पीड़ितों के साथ लूटपाट करते हुए साफ नजर आ रहे हैं.
पीड़ित गौरव शुक्ला ने बताया कि 22 अगस्त की देर रात वह अपने गांव हरदोई से लौट रहे थे, उनके साथ उनका छोटा भाई और चाचा भी थे. देर रात तक़रीबन तीन बजे वह लोग न्यू उस्मानपुर के साढ़े तीन पुस्ता पहुंचे, तभी स्कूटी सवार तीन बदमाशों ने उन्हें घेर लिया. तीनों बदमाशों ने उन्हें पिस्टल सटा दी और मारने की धमकी देकर आरोपियों ने गौरव से उनका फोन और बैग लूट लिया। उनके चाचा से भी फोन लूटा और तीनों वहां से फरार हो गए.
गौरव ने बताया कि वह घर पहुंचे, घर में रखे दूसरे फोन से उन्होंने पुलिस को सूचना दी,सूचना मिलने ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, पुलिस की टीम उसे थाने ले गई. जहां पुलिस की टीम ने पिस्तौल दिखाकर लूटपाट के बजाय, स्नैचिंग का मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया. पीड़ित का आरोप है की इस मामले में अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है, आरोपी अब तक पुलिस के गिरफ्त से बाहर है.