दो और एसटीपी का निर्माण करेगा ग्रेनो प्राधिकरण
दो और एसटीपी का निर्माण करेगा ग्रेनो प्राधिकरण

अमर सैनी
नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 50 और 12 एमएलडी क्षमता के दो और एसटीपी बनाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर आईआईटी दिल्ली को भेज दी गई है। आईआईटी टीम की जांच के बाद टेंडर प्रक्रिया जारी की जाएगी। इसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में काम शुरू हो जाएगा। वहीं, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनने वाले 45 एमएलडी क्षमता के पहले एसटीपी का टेंडर जारी कर दिया गया है। तीन नए एसटीपी बनने के बाद शहर में एसटीपी की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी।
दरअसल, शहर को स्वच्छ बनाने के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की ओर से बार-बार निर्देश दिए जा रहे हैं। सफाई के साथ ही सीवरेज का शत-प्रतिशत शुद्धिकरण भी किया जाना है। एनजीटी की गाइडलाइन के तहत प्राधिकरण भविष्य की तैयारी में जुट गया है। शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है। प्राधिकरण की ओर से तैयार कार्ययोजना के मुताबिक 50 और 12 एमएलडी क्षमता के दो और एसटीपी का निर्माण अगले कुछ महीनों में शुरू किया जाना है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थान चिह्नित कर लिए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से संबंधित प्रगति रिपोर्ट हर माह एनजीटी को सौंपी जाती है। इसके मद्देनजर इन परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। बता दें कि शहर में पहले से चार एसटीपी चालू हैं, जिनकी कुल शोधन क्षमता 172 एमएलडी है। जबकि वर्तमान में करीब 142 एमएलडी सीवरेज उत्सर्जित हो रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पहले एसटीपी के निर्माण पर 80 करोड़ रुपये खर्च होंगे। करीब एक महीने में इसका निर्माण शुरू हो जाएगा।
वर्जन
सीवर के गंदे पानी को शोधित करने के लिए दो और एसटीपी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। भविष्य की जरूरत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इससे संबंधित रिपोर्ट तैयार कर आईआईटी को भेज दी गई है। सभी एसटीपी अत्याधुनिक तकनीक से युक्त होंगेहों गे। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्राधिकरण द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।
आशुतोष कुमार द्विवेदी, एसीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।