BJP Councilor Renu Chaudhary: अफ्रीकी फुटबॉल कोच को धमकी देने वाली दिल्ली BJP पार्षद के बदले तेवर, मांगी माफी

BJP Councilor Renu Chaudhary: अफ्रीकी फुटबॉल कोच को धमकी देने वाली दिल्ली BJP पार्षद के बदले तेवर, मांगी माफी
रिपोर्ट: रवि डालमिया
पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-एक स्थित निगम के लवली पार्क से जुड़ा एक मामला इन दिनों सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां विभिन्न सोसायटी में रहने वाले बच्चों को फुटबॉल सिखाने वाले एक नाइजीरियाई नागरिक के साथ कथित बदसलूकी का आरोप भाजपा पार्षद पर लगा है। आरोप है कि पटपड़गंज वार्ड से भाजपा पार्षद रेनू चौधरी ने नाइजीरियाई नागरिक को एक माह के भीतर हिंदी सीखने की चेतावनी दी और कहा कि यदि वह हिंदी नहीं बोल पाए तो पार्क में फुटबॉल सिखाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पार्षद का कथित बयान था कि जिस देश का पैसा खा रहे हो, वहां की मातृ भाषा बोलनी पड़ेगी।
यह पूरा मामला उस समय सामने आया जब पार्षद रेनू चौधरी ने लवली पार्क के निरीक्षण के दौरान एक वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया। वीडियो में वह तीखे अंदाज में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि नाइजीरियाई नागरिक पिछले कई वर्षों से पार्क में बच्चों को फुटबॉल सिखा रहा है और उन्हें पहले भी हिंदी सीखने की सलाह दी जा चुकी है। वीडियो में नाइजीरियाई नागरिक दिखाई नहीं दे रहा, लेकिन पार्षद सवाल करती नजर आ रही हैं कि आखिर इतने वर्षों में उसने हिंदी क्यों नहीं सीखी। वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने पार्षद के बयान को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए और कई यूजर्स ने इसे नस्लीय भेदभाव से जोड़ते हुए कड़ी आलोचना की।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाइजीरियाई नागरिक आसपास की सोसायटी में रहने वाले बच्चों को शुल्क लेकर फुटबॉल कोचिंग देते हैं। सप्ताह में चार दिन बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाता है और बच्चे उनकी भाषा और इशारों को समझते हैं, तभी वे फुटबॉल सीख पा रहे हैं। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, कोच की वजह से बच्चों में खेल के प्रति रुचि बढ़ी है और किसी तरह की समस्या पहले कभी सामने नहीं आई।
विवाद बढ़ने और सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद पार्षद रेनू चौधरी के सुर नरम पड़ते नजर आए। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए माफी मांगते हुए कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए क्षमा चाहती हैं। उन्होंने यह पोस्ट दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और प्रदेश भाजपा को टैग करते हुए साझा की। गौरतलब है कि जिस क्षेत्र का यह वीडियो है, उसी मयूर विहार फेज-एक इलाके में वीरेंद्र सचदेवा भी रहते हैं। बताया जा रहा है कि नाइजीरियाई नागरिक पिछले कई वर्षों से लगातार बच्चों को फुटबॉल सिखा रहे हैं और चार दिन पहले ही पार्षद निरीक्षण के लिए पार्क पहुंची थीं, जहां यह पूरा विवाद शुरू हुआ।
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में एक पोस्ट देखी है, जिसमें पार्षद की भाषा और शब्दों का चयन उचित नहीं था। उन्होंने इशारों में यह भी कहा कि सार्वजनिक जीवन में जुड़े लोगों को अपनी भाषा और व्यवहार को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। फिलहाल यह मामला राजनीतिक और सामाजिक बहस का विषय बना हुआ है और लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या किसी विदेशी नागरिक को किसी विशेष भाषा को सीखने के लिए इस तरह मजबूर किया जा सकता है।
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