आरोग्य मंदिरों व पीएचसी के हेल्थ स्टाफ को प्रशिक्षण दे रहा एम्स
- सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवर और सामुदायिक चिकित्सकों की संख्या में किया जा रहा इजाफा
नई दिल्ली, 15 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज़ नेटवर्क)। मरीजों की बड़ी संख्या को स्थानीय स्तर पर उचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए एम्स दिल्ली ने देश के प्राइमरी हेल्थ केयर (पीएचसी) सेंटरों को सशक्त बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत एम्स का कम्युनिटी मेडिसिन विभाग न सिर्फ पीएचसी स्टाफ को बल्कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के स्टाफ को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित कर रहा है। ताकि, लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं अपने घर के पास ही आसानी से मिल सकें।
एम्स प्रवक्ता डॉ रीमा दादा ने कहा, पीएचसी और आरोग्य मंदिरों की स्वास्थ्य देखभाल सेवा में मजबूती लाने के लिए स्टाफ प्रशिक्षण के साथ मशीनें भी मुहैया कराई जा रही हैं। इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों और सामुदायिक चिकित्सकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। डॉ दादा ने कहा एम्स की इस पहल से लोगों को विभिन्न रोगों का उपचार अब घर के निकट ही उपलब्ध हो सकेगा। जिससे हर साल 45 लाख मरीजों का उपचार और ढाई लाख विभिन्न प्रकार की सर्जरी करने वाले एम्स दिल्ली के चिकित्सा बोझ में कमी लाई जा सकेगी।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर संजय कुमार राय ने कहा कि पीएचसी के स्टाफ को प्रशिक्षित करने के साथ वहां की चिकित्सा सुविधाओं में भी सुधार किया जा रहा है।जिससे लोगों को काफी लाभ होगा। उन्होंने कहा, फिलहाल, इन केंद्रों में मातृ एवं बाल चिकित्सा सहित सामान्य रोगों का उपचार किया जाता है, लेकिन जल्द ही पीएचसी और आरोग्य मंदिर मरीजों के हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का इलाज करते नजर आएंगे।