
नई दिल्ली, 11 नवम्बर : इलाज के दौरान युवक की मौत से नाराज परिजनों ने सोमवार को गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में हंगामा किया। साथ ही युवक की मौत के लिए डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
इस दौरान अस्पताल परिसर में हंगामा बढ़ता देख, ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन लोगों का विरोध जारी रहा। जब पुलिस कर्मियों ने हंगामें में शामिल महिलाओं और पुरुषों को वहां से हटाने की कोशिश की तो वह और उग्र होकर विरोध करने लगे। जिससे वहां कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हंगामे के दौरान महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर हाथापाई और मारपीट करने का आरोप भी लगाया।
उधर, पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीते 6 नवम्बर को सीमापुरी थाने को एक पीसीआर कॉल मिली थी कि एक अज्ञात व्यक्ति नशे की हालत में ताहिरपुर, लाल बत्ती के पास फुटपाथ पर पड़ा है। उसके दाहिने हाथ पर ‘अज़ीम’ का टैटू था। उसे तुरंत जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके परिवार के सदस्यों की तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 9 नवम्बर को पीड़ित के परिवार के सदस्यों का पता लगाया गया और पाया गया कि नंद नगरी थाने में एक गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है।
पीड़ित के माता-पिता को अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने पीड़ित की पहचान अज़ीम पुत्र सज्जाद हुसैन, पेशा फल विक्रेता, निवासी सुंदर नगरी, नंद नगरी के रूप में की। उन्होंने बताया कि पीड़ित बीते 4 नवम्बर को घर से निकला था। वह आदतन शराबी था और पहले नशा मुक्ति केंद्र में भी भर्ती रह चुका है। पुलिस ने बताया कि पीड़ित की मौत की सूचना पाकर अन्य परिजन भी अस्पताल में एकत्रित हो गए और हंगामा करने लगे लेकिन इस दौरान पुलिस कर्मियों से कोई विवाद नहीं हुआ। मृतक का पोस्टमार्टम हो चुका है। जांच जारी है।