Scope Excellence Awards: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए, सार्वजनिक उपक्रमों की भूमिका की सराहना

Scope Excellence Awards: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए, सार्वजनिक उपक्रमों की भूमिका की सराहना
रिपोर्ट: रवि डालमिया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने वर्ष 2022-23 के लिए स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ये पुरस्कार देश के विकास में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के महत्वपूर्ण योगदान का उत्सव हैं। राष्ट्रपति ने बताया कि सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय, तकनीकी और नैतिक सभी मानदंडों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन एक अच्छे उद्यम की पहचान है। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से सार्वजनिक क्षेत्र ने औद्योगीकरण, अवसंरचना विकास, सामाजिक उत्थान और क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समय के साथ सार्वजनिक उपक्रमों ने खुद को विकसित किया और बदलते राष्ट्रीय और सामाजिक अपेक्षाओं के अनुरूप अपनी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इन उपक्रमों ने संतुलित और समावेशी विकास को प्राथमिकता दी है और राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति में योगदान दिया है।
राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि सीपीएसई ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी राष्ट्रीय पहलों में प्रभावी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी वायु रक्षा नियंत्रण एवं रिपोर्टिंग प्रणाली – आकाशतीर की सफलता का उदाहरण दिया और कहा कि इसके निर्माण में सार्वजनिक उपक्रमों का योगदान विशेष गर्व की बात है। राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि, खनन, विनिर्माण, प्रसंस्करण, उत्पादन और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में सार्वजनिक उपक्रमों ने हमेशा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नेतृत्व किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति में सार्वजनिक उपक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और उनके निर्णय राष्ट्र-निर्माण, कार्य नैतिकता और समाज सेवा से प्रेरित होंगे। स्कोप उत्कृष्टता पुरस्कार सार्वजनिक उपक्रमों की उल्लेखनीय उपलब्धियों और योगदानों को मान्यता देने का प्रयास है। राष्ट्रपति मुर्मु ने इन पुरस्कारों के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के सतत विकास, नवाचार और पारदर्शिता के उदाहरणों की सराहना की।