उत्तर प्रदेश : श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए 20 जुलाई से निकलेगी ब्रज चौरासी कोस यात्रा, तैयारियां शुरू
श्रीकृष्ण जन्मभूमि को "विधर्मियों के चंगुल से मुक्त" कराने के संकल्प के साथ, श्रीकृष्ण...

Mathura News :(सौरभ) श्रीकृष्ण जन्मभूमि को “विधर्मियों के चंगुल से मुक्त” कराने के संकल्प के साथ, श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास द्वारा 20 जुलाई से ब्रज चौरासी कोस यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। कालिंदी विहार स्थित श्री प्रेमधाम आश्रम में हुई न्यास की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य ब्रजभूमि के संतों का आशीर्वाद प्राप्त करना और कृष्ण भक्तों में जन्मभूमि मुक्ति के लिए जन जागरण पैदा करना है।
न्यास के सदस्य दिनेश फलाहारी ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं आज भी 84 कोस में विद्यमान हैं। इसी वजह से 84 कोस यात्रा के माध्यम से जन्मभूमि की मुक्ति के लिए यहां विराजमान सभी संतों का आशीर्वाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को विधर्मियों के चंगुल से मुक्त करने का हमने संकल्प लिया है, और इसी संकल्प को पूरा करने के उद्देश्य से 20 जुलाई से ब्रज चौरासी कोस यात्रा शुरू की जा रही है।” इस यात्रा में बड़ी संख्या में कृष्ण भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है।
महंत चंद्र दास महाराज ने इस संबंध में बताया कि ब्रज चौरासी कोस यात्रा में ब्रजभूमि के सभी संतों, तपस्वियों और विरक्त संतों का आशीर्वाद संकीर्तन के माध्यम से लिया जाएगा।
दिव्य शक्ति अखाड़ा के ब्रजमंडल अध्यक्ष बिहारी लाल वशिष्ठ ने कहा कि ब्रज चौरासी कोस भगवान श्रीकृष्ण की लीला भूमि रही है, जहां लाखों भक्त देश-विदेश से भगवान की लीलाओं का अवलोकन करने आते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास द्वारा यह यात्रा जन्मभूमि मुक्ति के लिए जन जागरण करने और उसमें आ रही अड़चनों को समाप्त करने के लिए आयोजित की जा रही है।
महामंडलेश्वर रामदास महाराज और आचार्य अंकित कृष्णा ने भी इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास द्वारा निकाली जा रही इस यात्रा से कृष्ण भक्तों में नई ऊर्जा और जागृति आएगी।