
नई दिल्ली, 18 जुलाई : भारी बारिश और चुनौतीपूर्ण मौसम के दौरान भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) बल ने बुधवार देर रात एक खोज और बचाव अभियान चलाया। इस दौरान आईसीजी ने समुद्री निगरानी के लिए तैनात डोर्नियर विमान के जरिये पता लगाया कि मछली पकड़ने वाली भारतीय नौका ‘आशनी’ पोनानी से 50 समुद्री मील और कोच्चि से 80 समुद्री मील की दूरी पर समुद्र के बीचो-बीच खड़ी है।
आईसीजी जिला मुख्यालय संख्या 4 (केरल और माहे) ने संकटग्रस्त नौका आशनी पर सवार मछुआरों की सहायता के लिए आईसीजी के जहाज सक्षम को तुरंत भेजा। यह नौका कील के पास पतवार के टूटने और अनियंत्रित बाढ़ के कारण संकट में थी जिससे चालक दल की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो गया था। मछुआरों के बचाव के लिए कोच्चि से रात करीब दो बजे एक हेलीकॉप्टर (एएलएच) रवाना किया गया जो एक तकनीकी टीम के साथ करीब पौने तीन बजे संकटग्रस्त नाव पर पहुंचा। टीम ने नौका पर सवार चालक दल को तकनीकी सहायता, ताजा पानी और राशन प्रदान किया। इसके बाद सभी मछुआरों को सुरक्षित रूप से तट पर लाया गया और फिर मत्स्य विभाग के समुद्री प्रवर्तन विंग को सौंप दिया गया।