शिक्षकों का भी होगा मूल्यांकन, पांच मिनट की वीडियो से होगी गुणवत्ता की जांच
शिक्षकों का भी होगा मूल्यांकन, पांच मिनट की वीडियो से होगी गुणवत्ता की जांच
अमर सैनी
नोएडा। अब परिषदीय स्कूलों के छात्रों के साथ शिक्षकों के पठन-पाठन के तरीकों का भी मूल्यांकन होगा। इसके लिए शिक्षकों की पढ़ाने के तरीके की पांच मिनट की वीडियो रिकॉर्ड कराई जा रही है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान स्तर पर इसका मूल्यांकन होगा। वीडियो को मूल्यांकन की गुणवत्ता के आधार पर उत्कृष्ट, मध्यम व सामान्य श्रेणी में रखा जाएगा। सामान्य और मध्यम श्रेणी में रहने वाले शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके को और बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। विभाग की ओर से स्कूल खुलने से पहले प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा, ताकि नए सत्र से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
परिषदीय स्कूलों के छात्र निजी स्कूलों के छात्रों की तुलना में कमतर न रहें, इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग लगातार काम कर रहा है। अलग-अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी के तहत अब प्राथमिक, जूनियर और कंपोजिट स्कूलों में कक्षावार और विषयवार शिक्षकों की रिकॉर्डिंग की जा रही है। उत्कृष्ट वीडियो को बेसिक शिक्षा विभाग को भी भेजा जाएगा और इनको विभिन्न कार्यशालाओं में भी प्रयोग किया जाएगा, ताकि अन्य शिक्षक के लिए लाभदायक साबित हो।
छात्र पढ़ने में लेंगे रुचि
अक्सर देखने को मिलता है कि छात्रों को जिन शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका पसंद आता है, उनकी कक्षा में जरूर उपस्थित होते हैं और जिन शिक्षकाें के पढ़ाने का तरीका पसंद नहीं आता उनकी कक्षा में मन लगाकर नहीं पढ़ते। कक्षा में उपस्थित होने से भी बचते हैं। इस तरह धीरे-धीरे एक खास विषय में उनकी रुचि कम हो जाती है और इसका प्रभाव कम नंबरों के रूप में देखने को मिलता है। इससे उनको भविष्य में परेशानी हो सकती है। इसलिए भी विभाग की ओर से इस पर काम किया जा रहा है।डायट के प्राचार्य आरएस यादव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों की 5 मिनट की वीडियो प्राप्त होगी। गुणवत्ता के आधार पर मूल्याकंन होगा। उत्कृष्ट वीडियो को विभाग को भी भेजा जाएगा।