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Saudi Bus Accident: सऊदी अरब बस हादसा, 45 उमराह तीर्थयात्रियों की मौत, तेलंगाना सरकार ने 5 लाख रुपये मुआवजा और सहायता दल भेजने की घोषणा की

Saudi Bus Accident: सऊदी अरब बस हादसा, 45 उमराह तीर्थयात्रियों की मौत, तेलंगाना सरकार ने 5 लाख रुपये मुआवजा और सहायता दल भेजने की घोषणा की

सऊदी अरब में मदीना के पास एक भीषण बस दुर्घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। आग लगने से तेलंगाना के 45 उमराह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि केवल एक व्यक्ति किसी तरह जीवित बच पाया। यह हादसा हाल के वर्षों में भारतीय तीर्थयात्रियों से जुड़ा सबसे भीषण विदेशी हादसों में से एक माना जा रहा है। मरने वालों में महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं।

मदीना से लगभग 25 किलोमीटर पहले यह बस एक तेल टैंकर से टकरा गई, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ और कुछ ही मिनटों में बस आग की लपटों में घिर गई। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि अधिकांश यात्रियों को भागने का मौका ही नहीं मिला। बस में सवार 46 लोगों में से 45 की मौके पर ही मौत हो गई। एकमात्र जीवित बचे मोहम्मद अब्दुल शोएब की हालत गंभीर है और उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है।

पीड़ितों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने इस भीषण त्रासदी के बाद प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही राज्य सरकार ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब भेजने का फैसला किया है। इस टीम में AIMIM के एक विधायक और अल्पसंख्यक मामलों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

सरकार प्रत्येक मृतक के दो परिजनों को सऊदी अरब की यात्रा की सुविधा भी देगी, ताकि वे पहचान और अन्य औपचारिकताओं में शामिल हो सकें। तेलंगाना सचिवालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो परिवारों को लगातार अपडेट और सहायता प्रदान कर रहा है।

दूतावास और सरकारें सक्रिय, हेल्पलाइन जारी

जेद्दा स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है। भारतीय मिशन सऊदी अधिकारियों और हज–उमराह मंत्रालय से निरंतर संपर्क में है। मृतकों के शवों को भारत लाने की प्रक्रिया पर भी काम किया जा रहा है, क्योंकि कई परिवारों ने अनुरोध किया है।

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दुर्घटना की जानकारी मिलते ही विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से संपर्क कर राहत प्रयासों का समन्वय शुरू किया। पार्टी की टीमें भारत और सऊदी अरब दोनों जगह प्रभावित परिवारों की मदद कर रही हैं।

हादसे का पूरा घटनाक्रम

हैदराबाद से 54 तीर्थयात्री 9 नवंबर को उमराह के लिए रवाना हुए थे। इनमें से कुछ तीर्थयात्री अलग वाहन से मदीना गए और चार लोग निजी कारणों से मक्का में रुक गए। शेष 46 यात्री उसी बस में सवार थे, जो हादसे का शिकार हुई।
दुर्घटना के समय अधिकांश यात्री सो रहे थे, जिसके चलते वे आग की चपेट में आने से खुद को बचा नहीं पाए।

प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय दूतावास वाणिज्य दूतावासों के साथ मिलकर पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी घटना को ‘गहरा सदमा’ बताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार केंद्र के साथ मिलकर राहत प्रयासों को तेज कर रही है। राज्य के नेता प्रभावित परिवारों से मिलकर सहायता प्रदान करेंगे।

यह त्रासदी न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में उमराह यात्राओं की सुरक्षा पर नए सिरे से चर्चा छेड़ गई है। परिवारों में मातम पसरा है और सरकारें राहत एवं शवों की वापसी के लिए लगातार काम कर रही हैं।

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