
Gujarat News (अभिषेक बारड) : 13 सितंबर, 2025 को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के सुशासन के चार वर्ष पूर्ण हो रहे है। राज्य सूचना विभागने अपने बयान में बताया कि इन चार वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने राज्य के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं की सरलता से उपलब्धता सुनिश्चित की है। अत्यंत गंभीर एवं जानलेवा बीमारी में खर्चीली स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त करने में अक्षम जरूरतमंद नागरिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष (मुख्यमंत्री रिलीफ फंड यानी सीएमआरएफ) के माध्यम से स्वास्थ्योन्मुख वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पिछले 4 वर्षों में मुख्यमंत्री राहत कोष से 3761 नागरिकों को 84 करोड़ 29 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। यह दर्शाता है कि राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य एवं सुख-समृद्धि के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही 21 वर्षीय हेतवीबेन शाह को कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए 3,58,260 रुपए की सहायता
वडोदरा निवासी तथा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही 21 वर्षीय हेतवीबेन शाह को कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत थी। कम श्रमण क्षमता के कारण उचित उपचार न हो, तो उनकी शिक्षा एवं कॅरियर पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता था। वडोदरा के एपेक्स स्पीच एंड हियरिंग क्लिनिक ने कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए 5,97,000 रुपए का अनुमानित खर्च बताया था, जिसके कारण उन पर भारी आर्थिक बोझ आ रहा था। इस स्थिति को ध्यान में लेकर तथा उनके प्रति सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए मुख्यमंत्री ने विशेष मामले में उनके लिए 3,58,260 रुपए की सहायता मंजूर की। हेतवीबेन के पिता संदीपभाई शाह कहते हैं, “हमें हमारे रिश्तेदारों के जरिये सीएम रिलीफ फंड के बारे में जानकारी मिली थी। इसके अलावा, हमने अखबार में भी आर्टिकल पढ़ा था कि सीएम रिलीफ फंड से कॉक्लियर इम्प्लांट के लिए सहायता मिलती है। इसलिए हमने सम्बद्ध अधिकारियों को अप्रोच किया, जरूरी दस्तावेज दिए, वेयरीफाई कराए और हमारी 3,58,260 रुपए की सहायता मंजूर हुई। हमें डेढ़ से दो महीने में ही पेमेंट भी मिल गया। हमारा आर्थिक बोझ कम हो गया और मेरी बेटी को मशीन भी मिल गई। सीएम रिलीफ फंड जरूरतमंदों के लिए बहुत ही अच्छी योजना है तथा ऐसी और कोई सेवा है ही नहीं। यह जरूरी है कि इस योजना की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचे।”
71 वर्षीय हाजाभाई खूँटी को कैंसर के उपचार के लिए मिली मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता
अहमदाबाद निवासी 71 वर्षीय हाजाभाई जेताभाई खूँटी को कैंसर हुआ था। अहमदाबाद के एचसीजी आस्था केयर अस्पताल ने उनके उपचार का अनुमानित खर्च 8,50,000 रुपए बताया था। हाजाभाई जैसे मध्यम वर्गीय परिवार के लिए यह राशि बहुत बड़ी थी। उनकी आर्थिक स्थिति एवं रोग की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने विशेष मामले में उनके उपचार के लिए 2,83,333 रुपए की सहायता मंजूर की। हाजाभाई कहते हैं, “हमें बहुत ही सही समय पर राज्य सरकार की ओर से आवश्यक आर्थिक सहायता मिल गई। मेरा ऑपरेशन भी सफलतापूर्वक हो गया और मेरा स्वास्थ्य अब बहुत ठीक है। रेगुलर फॉलो-अप के लिए अस्पताल जाना पड़ता है, लेकिन सीएम रिलीफ फंड से हमें जो सहायता मिली, उससे हमें पूरा संतोष है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री तथा राज्य सरकार का बहुत आभारी हूँ।”
सीएमआरएफ : जरूरतमंदों को आर्थिक एवं मानसिक मनोबल प्रदान करने का माध्यम
सीएमआरएफ यानी मुख्यमंत्री रिलीफ फंड जरूरतमंदों को आर्थिक एवं मानसिक मनोबल प्रदान करने का माध्यम बना है। लिवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, लंग व हार्ट ट्रांसप्लांट तथा कैंसर जैसे प्राणघातक रोगों का उपचार बहुत खर्चीला होता है। इस प्रकार के अति गंभीर रोगों के उपचार के लिए जब राज्य सरकार द्वारा पीएमजेएवाई योजनांतर्गत सहायता सीमा पूरी हो जाती है, तब कई बार रोगी व उसके परिजनों के पास कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते और खर्च के लिए धन नहीं होता है। ऐसी कठिन स्थिति में गुजरात सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से नागरिकों को आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके साथ खड़ी रहती है।