यूपी रेरा का ग्रेटर नोएडा में बड़ा एक्शन, बिल्डर का दफ्तर सील
यूपी रेरा का ग्रेटर नोएडा में बड़ा एक्शन, बिल्डर का दफ्तर सील
अमर सैनी
नोएडा। यूपी रेरा के बकाया को लेकर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस क्रम में सदर तहसील की टीम ने एक प्रमुख बिल्डर के कार्यालय को सील कर दिया। जयदेव बिल्डर पर 1.50 करोड़ रुपये का बकाया था। कई बार नोटिस जारी करने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। स्थानीय निवासियों और निवेशकों ने इस कदम का स्वागत किया है, उम्मीद जताते हुए कि इससे रियल एस्टेट क्षेत्र में अनुशासन बढ़ेगा।
यूपी रेरा ने पिछले वर्ष 3277 बिल्डरों के खिलाफ 1302 करोड़ रुपये की रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की थी। दिसंबर तक केवल 98.59 करोड़ रुपये की वसूली हो पाई थी। चुनाव आचार संहिता के कारण कार्रवाई रुकी थी, अब फिर से शुरू हो गई है। पूरे गौतमबुद्ध नगर जिले में दादरी तहसील में सबसे अधिक बकायेदार बिल्डर है। यह कार्रवाई उन व्यापक प्रयासों का हिस्सा है, जिन्हें जिला प्रशासन यूपी रेरा के बकाया की वसूली के लिए कर रहा है। सदर तहसील की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जयदेव बिल्डर के कार्यालय को सील कर दिया। यह कार्रवाई यूपी रेरा के 1.50 करोड़ रुपये के बकाया को न चुकाने के कारण की गई। प्रशासन ने बताया कि बिल्डर को कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उसने भुगतान करने से इनकार कर दिया। पिछले वर्ष यूपी रेरा ने 3277 बिल्डरों के खिलाफ कुल 1302 करोड़ रुपये की रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की थी। हालांकि, दिसंबर तक प्रशासन केवल 173 आरसी से 98.59 करोड़ रुपये ही वसूल कर पाया था।
अब बकायेदार बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी
चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण वसूली की प्रक्रिया बाधित हो गई थी। लेकिन अब प्रशासन ने फिर से कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, दादरी तहसील में सबसे अधिक बकायेदार बिल्डर हैं। यह कार्रवाई रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के यूपी रेरा के प्रयासों का हिस्सा है। प्रशासन का कहना है कि वे सभी बकायेदार बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे ताकि नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके। इस मामले में आगे की कार्रवाई पर नजर रखी जा रही है।