नई दिल्ली, 5 नवम्बर : ‘बर्न्स: छिपे हुए वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटना’ थीम के साथ मंगलवार को एम्स दिल्ली के प्लास्टिक, पुनर्निर्माण और बर्न सर्जरी विभाग ने विश्व बर्न सप्ताह 2024 मनाया।
इस दौरान रक्तदान शिविर और साइकिल रैली का आयोजन किया गया। साथ ही समारोह में मौजूद लोगों को आग से जलने से बचाव और सेहत की रिकवरी संबंधी उपायों की जानकारी भी प्रदान की गई। डॉ. मनीष सिंघल ने कहा, विभिन्न कारणों से जले हुए अधिकांश मरीजों को खून चढ़ाने (रक्त आधान) की जरुरत होती है, जो उनके ठीक होने की प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है। इसके लिए विभाग ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया है। वहीं साइकिल रैली के जरिये लोगों को जलने की चोटों और रोकथाम के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। यह रैली एम्स की बीबी दीक्षित लाइब्रेरी से लेकर एम्स के बर्न ब्लॉक तक आयोजित की गई। जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन एम्स दिल्ली और इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर बर्न इंजरी के तहत किया गया जो सप्ताह भर (4 नवंबर से 10 नवंबर) जारी रहेगा।
वहीं, एम्स निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने कहा कि एम्स में आग व कारणों से जलकर घायल या चोटिल होने वाले मरीजों के लिए विश्व स्तरीय देखभाल की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन लोगों को आग व अन्य ज्वलनशील पदार्थों से अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। श्रीनिवास ने त्वचा दान करने के प्रति लोगों को जागरूक करने के दौरान कहा कि त्वचा दान के जरिये आग में गंभीर रूप से जलने व झुलसने वाले पीड़ितों की जान बचाने में मदद मिलती है। साथ ही उनके जीवन को सुगम बनाने में आसानी होती है। यानि त्वचा दान गेम चेंजर साबित हो सकती है। समारोह में एम्स के सुरक्षा कर्मचारी, हाउसकीपिंग कर्मचारी, चिकित्सा कर्मचारी, तकनीशियन, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक कार्यकर्ता, फिजियोथेरेपिस्ट, व्यावसायिक चिकित्सक और आहार विशेषज्ञ के साथ आम लोग भी मौजूद रहे।