उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: चौधरी चरण सिंह की जयंती पर नेताजी सुभाष दल ने मांगा किसान प्रदेश
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: चौधरी चरण सिंह की जयंती पर नेताजी सुभाष दल ने मांगा किसान प्रदेश
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। नेताजी सुभाष दल ने किसान दिवस के मौके पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को किसान प्रदेश बनाने की मांग की है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजा गया है। नेताजी सुभाष दल के अध्यक्ष शूटर शमशेर सिंह राणा ने जिला प्रशासन के माध्यम से सोमवार को भेजे ज्ञापन में कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर किसान प्रदेश का गठन किया जाए। उन्होंने कहा है कि प्रशासनिक और तरक्की के दृष्टिकोण से छोटे प्रदेश होना जरूरी है, उन्होंने उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर छोटे- छोटे प्रदेश बनाने की वकालत की है।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती को पूरे देश में किसान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 2001 में भारत सरकार ने चौधरी साहब के द्वारा किसानों के आर्थिक और सामाजिक कार्यों को याद करने के लिए 23 दिसंबर को किसान दिवस घोषित किया था। 2024 में भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न के सम्मान से नवाजा और कृषि व किसानों के लिए किए गए चौधरी साहब के कार्यों को मान्यता दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे ज्ञापन में शूटर शमशेर राणा ने कहा है कि किसान मसीहा, स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की याद में मनाए जा रहे किसान दिवस के मौके पर शमशेर राणा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को किसान प्रदेश बनाने की पैरवी करते हुए कहा है कि ऐसा हुआ तो पश्चिम उत्तर प्रदेश विकास के नए आयाम स्थापित करेगा। इसके साथ ही छोटी यूनिट होने के कारण प्रशासनिक व्यवस्था बेहतर और ज्यादा कारगर होगी। इससे देश के अर्थव्यवस्था में किसानों के सहयोग का भी सम्मान हो सकेगा।
छोटे प्रदेश के पैरोकार थे चौधरी साहब
शमशेर राणा कहते हैं कि किसान मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह भी छोटे प्रदेश के पैरोकार थे। पश्चिम उत्तर प्रदेश कृषि की बेल्ट माना जाता है, इस बेल्ट को किसान प्रदेश बनाने का समय आ गया है मोदी सरकार सरकार ऐसा करके किसान हित में बड़ा काम कर सकती है। दुनिया की सबसे अधिक उपजाऊ भूमि और चौधरी चरण सिंह के इस क्षेत्र को किसान प्रदेश बनाकर प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। चौधरी चरण सिंह भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पृथक छोटा प्रदेश बनाएं जाने के पक्षधर थे।
अजित सिंह ने भी अलग प्रदेश के लिए संघर्ष किया
नेताजी सुभाष दल ने ज्ञापन में कहा है कि वर्तमान में देश और राज्य में भाजपा की सरकार है। भाजपा भी छोटे प्रदेशों के गठन को प्राथमिकता देती है, राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह ने भी हरित प्रदेश के लिए संघर्ष किया और अब उनकी पार्टी केंद्र और प्रदेश सरकार में सहयोगी की भूमिका में है, बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती की ओर से भी केंद्र को चार छोटे प्रदेश बनाने का प्रस्ताव भेजा था। पूरे प्रदेश जनता भी यही चाहती है, और किसान दिवस के मौके पर स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के लिए यह बड़ा सम्मान होगा।
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