दिल्ली

फ्रेंड्स कॉलोनी औद्योगिक क्षेत्र की बदहाल स्थिति, सीवर, सड़क और पानी की समस्याओं पर व्यापारियों में आक्रोश

फ्रेंड्स कॉलोनी औद्योगिक क्षेत्र की बदहाल स्थिति, सीवर, सड़क और पानी की समस्याओं पर व्यापारियों में आक्रोश

रिपोर्ट: रवि डालमिया

राजधानी दिल्ली में एक ऐसी औद्योगिक क्षेत्र है जहा मेटल वर्क और बिजली की तारों के उत्पादन का केंद्र है। पूर्वी दिल्ली फ्रेंड्स कालोनी औद्योगिक क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी के विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन इसका विकास उत्तनी तेजी से नहीं हुआ, जिन की जरूरत है। गलियों की सड़कें जर्जर होती जा रही हैं। सीवर का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर बहता है। पानी की पाइपलाइन है, लेकिन ज्यादातर इकाइयों तक पानी नहीं पहुंचता। व्यापारियों के वाहनों के लिए पार्किंग नहीं है। कई अन्य समस्याएं इस औद्योगिक क्षेत्र में हैं। इसी को लेकर फ्रेंड्स कॉलोनी औद्योगिक क्षेत्र के चेयरमैन डॉक्टर अनिल गुप्ता से टॉप स्टोरी के संवाददाता ने बातचीत की उन्होंने कहा कि यह औद्योगिक इलाका आजादी से पहले का है। पहले इसमें कुछ की कारखाने हुआ करते थे। बाद में इसमें औद्योगिक प्लाट छोटे हो गए।

यहां पर उद्योगों को सुविधाएं देने की जिम्मेदारियां सरकारी एजेंसियों को सुनिश्चित करनी है, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रही हैं। इस औद्योगिक क्षेत्र के सड़कों की मरम्मत पीडब्ल्यूडी के अंदर आता है। सड़कें उधड़ रही हैं,पर पीडब्ल्यूडी मरम्मत पर ध्यान नहीं रहा। इससे वाहनों और लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। गली नंबर छह में सीवर के ओवरफ्लो होने से पानी भरा हुआ है। कई महीनों से शिकायतें करने के बावजूद कोई सीवर की सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आए दिन सीवर ओवरफ्लो होते रहता है।

गुप्ता ने बताया कि वाहनों के लिए पार्किंग की जरूरत है। यहा के कई वर्षों से पार्किंग की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह सुविधा नहीं मिल रही है। जहां तक हम व्यापारियों को बाहरी मिलने बुलाते हैं। पास में मानसरोवर पार्क मेट्रो स्टेशन की पार्किंग है, जो सुबह ही यात्रियों के वाहनों से भर जाती है। मजबूरी में व्यापारी और यहां आने वाले लोग बाहर पीडब्ल्यूडी की सर्विस रोड पर वाहन खड़े करते हैं। इससे सड़क पर यातायात प्रभावित होता है और लोगों को जाम से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही पीने के पानी मुश्किल से दो गलियों में आती है वह भी सुबह या शाम को 1 घंटे आती है ज्यादातर लोग पानी की बोतल खरीद कर ही काम चला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक से भी हमने शिकायत की है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है। क्योंकि इंडस्ट्रियल एरिया में दिल्ली सरकार की वोट बैंक नहीं है। जहां दिल्ली सरकार कह रही है गड्ढा मुक्त सड़क होगा। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि सड़क रिपेयरिंग से अच्छा एक बार पूर्ण सड़क को बनाया जाए। डॉ अनिल गुप्ता ने कहा कि हमारे औद्योगिक क्षेत्र में कई समस्याएं है। शिकायतों के बावजूद सरकारी विभाग उनको दूर नहीं कर रहे। दिल्ली के विकास के लिए यहां के व्यापारी टैक्स देते हैं। इसलिए इस औद्योगिक क्षेत्र के विकास पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

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