सोसायटी के पानी में मिला ई. कोली बैक्टीरिया
सोसायटी के पानी में मिला ई. कोली बैक्टीरिया

अमर सैनी
नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज-2 सोसायटी के पानी में ई. कोली बैक्टीरिया मिला है। स्वास्थ्य विभाग ने पानी के सैंपल की जांच निजी लैब में कराई थी। इसकी रिपोर्ट मंगलवार को आई। इससे साफ है कि यह बैक्टीरिया 350 लोगों की बीमारी का कारण बना है। ई. कोली बैक्टीरिया ज्यादातर पेट की बीमारियों का कारण बनता है। इसका इलाज भी संभव है। पीने के पानी में ई. कोली बैक्टीरिया की मौजूदगी से साफ है कि टैंक में दूषित पानी था। इसलिए अब प्राधिकरण को सोसायटी में जाने वाली पाइपलाइन की भी ठीक से जांच करनी चाहिए, क्योंकि मल, कच्चा मांस, मांस का कचरा आदि से ई. कोली पनपता है। इसलिए सोसायटी के टैंक में ऐसी गंदगी होगी। गंदगी पाइपलाइन से आई या कहीं और से, यह जांच का विषय है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि जांच रिपोर्ट में ई. कोली बैक्टीरिया की पुष्टि होने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को इसकी जानकारी दे दी गई है। सरकार को भी पत्र लिखकर रिपोर्ट से संबंधित जानकारी दे दी गई है। इस मामले में सरकार के निर्देशानुसार काम किया जाएगा।
32 बच्चों को भर्ती कराना पड़ा
सोसाइटी का दूषित पानी पीने से बीमार हुए 32 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। भर्ती कराकर उपचार कराने वाले अधिकतर बच्चे पांच साल से कम उम्र के थे।
इससे पहले भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसायटी में 100 से ज्यादा लोग बीमार पड़े थे करीब छह महीने पहले भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसायटी में 100 से ज्यादा लोगों को उल्टी, दस्त और अन्य समस्याएं हुई थीं। यहां ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वहां जाकर लोगों की जांच की थी।