पंजाब विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण सत्र के दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ताला लेकर पहुंचे. इस पर कांग्रेस ने हंगामा खड़ा कर दिया, जिसके बाद सीएम ने कांग्रेस को जमकर घेरा.
पंजाब विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सोमवार को जमकर हंगामा देखने को मिला. मुख्यमंत्री भगवंत मान विधानसभा में ताला लेकर पहुंचे और स्पीकर को देते हुए कहा कि इसे अंदर से लगा दीजिए ताकि विपक्ष बाहर न जा पाए. इस दौरान सीएम मान ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में क्या है नेशनल पार्टी कांग्रेस. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस, जिसने 60 साल देश पर राज किया. लेकिन अब कांग्रेस का दिल्ली में क्या हाल है 2015 से 2020 तक कांग्रेस का एक भी सांसद और विधायक नहीं है.
सीएम मान ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि दिल्ली में ये अहंकारी हो गए थे. दिल्ली में शीला दीक्षित ने 15 साल राज किया तो कांग्रेस अहंकारी हो गई थी कि हमें कोई हटा नहीं सकता. इसके बाद दिल्ली में केजरीवाल की एंट्री हुई और कांग्रेस का सफाया हो गया. दिल्ली में कांग्रेस हमारी पार्टी से सीटों के लिए मिन्नतें करती हैं और पंजाब में भगवंत मान हाय-हाय करते हैं.
विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा
वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान विधानसभा में जब ताला लेकर पहुंचे तो कांग्रेस ने विधानसभा में जमकर हंगामा खड़ा कर दिया. कांग्रेस विधायकों ने कई देर तक नाराबाजी की. इस दौरान पंजाब सरकार के मंत्री चेतन सिंह जौरा माजरा ने कहा कि कांग्रेस ने सारा सेशन ताले पर ही निकाल दिया, कांग्रेस के लोग ही एक-दूसरे के खिलाफ है.
पंजाब में दलित डिप्टी सीएम बनाने की उठी मांग
पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस के विधायक सुखविंदर कोटली के बीच तकरार देखने को मिली. सुखविंदर कोटली ने पंजाब में दलित डिप्टी सीएम बनाने की मांग उठाई. सीएम मान ने इसका जवाब दिया तो कांग्रेस विधायक ने सीएम पर निजी टिप्पणी करने का आरोप लगाया. वहीं सीएम मान राज्यपाल के अभिभाषण से ‘भागने’ के लिए विपक्ष की आलोचना की. उन्होंने कहा कि वे राज्य के समग्र विकास और लोगों की समृद्धि के लिए राज्य सरकार की ओर से की गई अग्रणी पहल को पचाने में सक्षम नहीं हैं.