अमर सैनी
नोएडा। सूरजपुर-कासना रोड पर दुर्गा टॉकिज, कलेक्ट्रेट और जगत फार्म मार्केट के सामने फुट ओवरब्रिज बनने का इंतजार खत्म नहीं हो रहा। यहां हर रोज सैकड़ों छात्र और फैक्टरियों में काम करने वाले श्रमिक जान जोखिम में डालकर रोड पार कर रहे। ऐसे में कभी बड़ा हादसा हो सकता है। उधर, प्राधिकरण के फुटओवर ब्रिज के निर्माण के लिए कंपनी का चयन और डिजाइन तैयार कर लिया है। इसके बाद भी परियोजना धरातल पर नहीं उतर रही है।
शहर के नॉलेज पार्क-1, 2 और 3 में स्थित 60 से अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को स्टेशनरी और अन्य जरूरी सामान की खरीदारी के लिए जगत फार्म मार्केट आना पड़ता है। मार्केट में आने के लिए छात्रों को सूरजपुर-कासना रोड को पार करना पड़ता है। इस रूट पर ट्रैफिक का सबसे अधिक दबाव रहता है। छात्रों के साथ अन्य शहरवासी भी जान जोखिम में डाल रोड पार करने को मजबूर हैं। इसके अलावा सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट के सामने भी यही स्थिति है। फैक्टरियों में काम करने वाले बड़ी संख्या में श्रमिक रोड पार कर ड्यूटी जाने को मजबूर हैं। उन्हे हर रोज परेशानी से जूझना पड़ रहा है। इसे देखते हुए पिछले लगभग 5 सालों से एफओबी की मांग की जा रही है। वर्षों के इंतजार के बाद इस दिशा में प्राधिकरण ने काम शुरू किया, लेकिन परियोजना धरातल पर उतरने का नाम नहीं ले रही।
स्टेशनरी के अलावा सभी जरूरी सामान खरीदने के लिए जगत फार्म मार्केट आना पड़ता है। यहां एफओबी की सुविधा न होने से सड़क पार करनी पड़ती है। हमेशा वाहन चलते रहते हैं, ऐसे में दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
एफओबी के निर्माण में बहुत देरी की जा रही है। इसमें प्राधिकरण लाभ- हानि न देखे। सुरक्षा से जुड़ा मामला है। नॉलेज पार्क के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को रोड पार कर जगत फार्म मार्केट आना पड़ता है। सूरजपुर- कासना रोड पर ट्रैफिक का दबाव होने की वजह से हादसा होने का डर बना रहता है। इस मुद्दे को लेकर अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।
आलोक सिंह, सदस्य एक्टिव सिटीजन टीम
इन स्थानों पर एफओबी प्रस्तावित
सूरजपुर- कासना रोड पर दुर्गा टॉकिज, कलेक्ट्रेट के सामने, जगत फार्म मार्केट (गामा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स), कैलाश अस्पताल के सामने अल्फा-1 व ओमेगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के सामने एफओबी का निर्माण किया जाना है।
फुट ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इस पर काम शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनी का चयन कर डिजाइन और अन्य प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। -रवि कुमार एनजी, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।