परिजन बोले- प्रबंधन ने जबरन एसटीपी वाटर टैंक में उतारा, खतरनाक केमिकल ने सुलाया मौत की नींद
परिजन बोले- प्रबंधन ने जबरन एसटीपी वाटर टैंक में उतारा, खतरनाक केमिकल ने सुलाया मौत की नींद
अमर सैनी
नोएडा। ग्रेटर नोएडा में थाना इकोटेक 1 क्षेत्र की कोफोर्ज कंपनी में सोमवार रात हादसे में जान गंवाने वाले तीन कर्मचारियों के परिजनों ने कंपनी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि बिना सुरक्षा उपकरणों के तीनों कर्मचारियों को एसटीपी टैंक में उतारा गया था। इस दौरान खतरनाक केमिकल की चपेट में आने के कारण तीनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीनों कर्मचारियों को पॉली एल्युमिनियम क्लोराइड से टैंक साफ करने के लिए उतारा गया था।
कंपनी प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज
परिजनों के मुताबिक कंपनी प्रबंधन ने तीनों कर्मचारियों को कोई सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए गए थे। आरोप है कि उनसे हमेशा बिना मास्क, सिलेंडर, बॉडी सूट के काम कराया जाता था। मोहित ने यह बात परिजनों को भी बताई थी। परिजनों ने हादसे की आशंका जताई तो उन्होंने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। रात में हादसे की खबर मिलते ही दनकौर के हतेवा गांव निवासी मोहित के परिजन जिम्स पहुंच गए। मोहित 12वीं का छात्र था। वह कंपनी के मेंटेनेंस विभाग में भी काम करता था। मथुरा के बरसाना निवासी अंकित और कानपुर निवासी हरि गोविंद के परिजन भी ग्रेटर नोएडा पहुंच गए हैं। तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया जात रहा है। वहीं इस मामले में परिजनों की शिकायत पर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश से हुई मौत
सोमवार को जब मोहित, हरि गोविंद और अंकित को टैंक में उतारा जा रहा था तो मेंटेनेंस विभाग के पुराने कर्मचारियों ने उन्हें रोका। उन्हें बिना सुरक्षा उपकरण के टैंक में न उतरने की सलाह दी गई। इस पर तीनों ने ऊपर से आदेश का हवाला दिया। वरिष्ठ कर्मचारियों ने कहा कि टैंक की स्थिति खतरनाक लग रही है। ऐसे में जोखिम लेना ठीक नहीं है।
महीना पूरे होते ही नौकरी छोड़ने वाला था मोहित
मोहित ने कहा था कि जून के बाद नौकरी छोड़ देगा। मोहित के परिजनों के मुताबिक कुछ दिन पहले उसने कहा था कि वह नौकरी छोड़कर पैकिंग कंपनी में काम करेगा। सोमवार सुबह ड्यूटी पर जाते समय उसने कहा था कि महीना पूरा होते ही नौकरी छोड़ देगा। इस बारे में उसने कंपनी में सुपरवाइजर को भी जानकारी दी थी।
कोफोर्ज ने एनआईआईटी का किया था अधिग्रहण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यह भूखंड आईटी कंपनी एनआईआईटी को आवंटित किया था। कुछ साल पहले कोफोर्ज ने इसका अधिग्रहण किया था। कोफोर्ज वैश्विक डिजिटल सेवा और समाधान प्रदाता है। इसकी करीब 21 देशों में मौजूदगी है और नौ देशों में इसके 25 डिलीवरी सेंटर हैं। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि मृतकों के परिजनों की शिकायत पर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।