Noida lawyer attack: लीगल फीस विवाद में अधिवक्ता पर जानलेवा हमला, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज, जांच शुरू

Noida lawyer attack: लीगल फीस विवाद में अधिवक्ता पर जानलेवा हमला, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज, जांच शुरू
नोएडा। लीगल फीस के विवाद को लेकर एक अधिवक्ता पर जानलेवा हमले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित अधिवक्ता साकेत कोर्ट, दिल्ली में प्रैक्टिस करते हैं और नोएडा के एक प्रतिष्ठित सोसाइटी में रहते हैं। मामला आपसी पारिवारिक संबंधों और पेशेवर लेन-देन से जुड़ा होने के कारण और भी गंभीर हो गया है।
पीड़ित अधिवक्ता शशांक हरित ने पुलिस को बताया कि वह पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट, सेक्टर जीटा-सी में निवास करते हैं। उनके ताऊ ईश्वर चंद हरित के पुत्र मुकुल हरित उसी सोसाइटी के पाइन टावर में रॉयल फ्रेट लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कार्यालय संचालित करते हैं और कंपनी के डायरेक्टर हैं। मुकुल हरित ने शशांक हरित को मौखिक रूप से अपनी कंपनी के दिल्ली में चल रहे विभिन्न मामलों में लीगल एडवाइजर नियुक्त किया था।
शशांक हरित के अनुसार, उन्होंने कंपनी के लिए बतौर लीगल एडवाइजर कई मामलों में कानूनी सेवाएं दीं, जिसके बदले उनकी लीगल फीस 3 लाख 75 हजार रुपये तय हुई। इस संबंध में उन्होंने विधिवत बिल भी प्रस्तुत किया, लेकिन मुकुल हरित ने भुगतान करने से इनकार कर दिया। फीस न मिलने पर शशांक हरित ने 4 जून 2025 को थाना साकेत, दिल्ली में मुकुल हरित के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
शिकायत के बाद से ही मुकुल हरित और उनके पिता ईश्वर चंद हरित कथित रूप से शशांक हरित से नाराज चल रहे थे और उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही थीं। आरोप है कि इसी रंजिश के चलते 3 सितंबर 2025 को मुकुल हरित ने अपने पिता और एक अन्य साथी के साथ मिलकर शशांक हरित पर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। हमलावरों ने न सिर्फ मारपीट की बल्कि सोने की चेन भी छीन ली और जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।
घटना के बाद पीड़ित अधिवक्ता ने पुलिस और न्यायालय का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और सभी आरोपों की गहराई से पड़ताल की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के सामने आने के बाद अधिवक्ताओं में भी रोष है और उन्होंने पेशेवर फीस को लेकर होने वाले विवादों में बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।





