नोएडा में खाली भूखंडों और नए प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार
नोएडा में खाली भूखंडों और नए प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार
अमर सैनी
नोएडा। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। सीईओ डॉ. लोकेश एम. की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में खाली पड़े भूखंडों पर विशेष ध्यान दिया गया। इस दौरान तीनों अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री, वंदना त्रिपाठी, सतीश पाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में सबसे पहले नोएडा के अलग-अलग सेक्टरों में रिक्त पड़े भूखंडों की समीक्षा की गई। सिविल विभाग द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार, वर्क सर्किल 1 से 10 के क्षेत्र में कुल 1,190 भूखंड रिक्त पाए गए। इनमें औद्योगिक, आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत और अन्य श्रेणियों के भूखंड शामिल हैं। सीईओ ने संबंधित विभागों को इन भूखंडों की वर्तमान स्थिति का सत्यापन करने और अनावंटित भूखंडों के लिए योजना प्रकाशन की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया। बैठक में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई। इनमें एनएसईजेड के समीप क्रॉसिंग का विकास, डीएनडी से सेक्टर-18 फ्लाईओवर तक एक्सप्रेस-वे का चौड़ीकरण, बॉटेनिकल गार्डन से दिल्ली बॉर्डर तक डीएससी मार्ग का सौंदर्यीकरण, ग्राम गेझा में ब्रह्म सरोवर का पुनर्विकास और सेक्टर-167 में लेक-पार्क का निर्माण शामिल है।
योजना पर बनी सहमति
सीईओ ने एनएसईजेड क्रॉसिंग और डीएनडी-सेक्टर 18 एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं के लिए स्थल निरीक्षण के बाद ही अंतिम निर्णय लेने का निर्देश दिया। बॉटेनिकल गार्डन-दिल्ली बॉर्डर मार्ग को 9 किलोमीटर लंबे मॉडल रोड के रूप में विकसित करने की योजना पर सहमति बनी।
झील का निर्माण
ग्राम गेझा में 1.75 एकड़ के मौजूदा तालाब को ब्रह्म सरोवर के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा, जिसमें परिक्रमा पथ, हरित क्षेत्र और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी। सेक्टर-167 में प्रस्तावित लेक-पार्क परियोजना राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के अनुपालन में की जा रही है, जिसमें 29.72 एकड़ क्षेत्र में 4.70 एकड़ की झील का निर्माण किया जाएगा। सीईओ ने कहा कि इन परियोजनाओं से नोएडा का विकास होगा और यहां की जनता को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।