अमर सैनी
नोएडा। नोएडा में 67 तालाब है। इनका दायरा करीब 28 हेक्टेयर के आसपास है। इनमें से 40 तालाब अतिक्रमण की श्रेणी में है। इन तालाबों पर मकान बन चुके है। यानी ये पूरी तरह से समाप्त हो चुके है।
प्राधिकरण ने इसकी भरपाई के लिए अलग से 18 हेक्टेयर में 12 तालाब बनाए जिसमें दो वेट लैंड शामिल है। इसके अलावा 4 हेक्टेयर में सेक्टर-167 में तालाब का निर्माण किया जा रहा है। प्राधिकरण ने स्पष्ट कहा कि अतिक्रमित तालाब की जमीन लाल डोरे में आती है। इस पर अवैध निर्माण हटाने का अधिकार जिला प्रशासन के पास है।ऐसे में वे तालाब से अतिक्रमण हटाकर दे हब तालाब विकसित कर देंगे। इसको लेकर प्राधिकरण जिला प्रशासन को पत्र लिख चुका है। नोएडा में इस समय सेक्टर-54 और सेक्टर-93 में वेटलैंड बनाए गए है। बता दे गौतमबुद्ध नगर में आगामी 10 साल में ग्राउंड वाटर लेवल की स्थिति खराब हो सकती है।औसतन सालाना डेढ़ से दो मीटर तक वाटर लेवल गिर रहा है। जिससे यहां पीने योग्य पानी नहीं बचेगा। इसलिए अब जनपद में ग्राउंड वाटर बढ़ाने के लिए तालाबों का एक मास्टर प्लान बनाने की तैयारी है। इसके लिए सैटलाइट इमेज का सहारा लिया जा रहा है। वहीं अतिक्रमित तालाब के स्थान पर 1.25 गुना अधिक तालाब तत्काल बनाए जाए।देखा जाए तो जनपद गौतमबुद्ध नगर में शुरुआती दौर में 1,018 तालाब थे। इसमें 67 तालाब नोएडा प्राधिकरण, 281 ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण क्षेत्र और 277 तालाब यमुना विकास प्राधिकरण और करीब 361 तालाब ग्राम पंचायत क्षेत्र में है। विगत एक साल में तीनों प्राधिकरण क्षेत्र में कई तालाबों का जीर्णोद्धार कराया गया। जिसमें से 217 के करीब तालाबों पर अतिक्रमण था। जिसमें नोएडा में 40 तालाब शामिल है।