
नई दिल्ली, 20 सितम्बर : सेवा पखवाड़े के तहत युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) ने रविवार को देशभर में करीब 2000 स्थानों पर युवा शिखर सम्मेलन आयोजित किए। इस दौरान ‘नशा मुक्त युवा फॉर विकसित भारत’ अभियान के तहत लाखों युवाओं ने देश को नशा मुक्त बनाने और स्वदेशी को अपनाने की शपथ ली।
इस अवसर पर युवा और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि ये अभियान अपने आप में इसलिए विशेष हैं। चूंकि युवा कार्यक्रम मंत्रालय और माई भारत संगठन इसमें सूत्रधार की भूमिका निभा रहे हैं। इन कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न आध्यात्मिक संगठन अपने नेटवर्क, संस्थानों और स्वयंसेवकों के माध्यम से स्वतंत्र रूप से कर रहे हैं। जो देश के आध्यात्मिक नेतृत्व और युवाओं के बीच ऐतिहासिक सहयोग के प्रतीक हैं। इन कार्यक्रमों में योग और ध्यान सत्र, सत्संग, सांस्कृतिक गतिविधियां, और डॉक्टरों, परामर्शदाताओं, सैन्य दिग्गजों और व्यसन से मुक्त हुए लोगों के साथ पैनल चर्चाएं भी शामिल हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन 17 सितंबर से शुरू सेवा पखवाड़े का समापन 2 अक्टूबर यानि गांधी जयंती पर होगा।
इस अभियान का नेतृत्व देश के सबसे प्रतिष्ठित आध्यात्मिक संगठन कर रहे हैं जो एक स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर विकसित भारत के निर्माण के साझा राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए एक साथ आए हैं। इन 60 संगठनों में ईशा फाउंडेशन, इस्कॉन, हार्टफुलनेस, चिन्मय मिशन, ब्रह्माकुमारी, माता अमृतानंदमयी मठ, पतंजलि, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद, चिश्ती फाउंडेशन, नामधारी सिख संगत, सूफी इस्लामिक बोर्ड और अणुव्रत आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। प्रत्येक कार्यक्रम नशामुक्त जीवन जीने, अनुशासन अपनाने और समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का एक सशक्त संदेश देता है।