
नई दिल्ली, 9 जुलाई : तीसरे बेड़े के सहायक जहाज़ों (एफएसएस) का ‘कील बिछाने’ का समारोह बुधवार को मेसर्स एलएंडटी शिपयार्ड, कट्टुपल्ली तमिलनाडु में आयोजित किया गया। इस दौरान नौसेना के वाइस एडमिरल और युद्धपोत उत्पादन एवं अधिग्रहण नियंत्रक राजाराम स्वामीनाथन के साथ मेसर्स एलएंडटी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
भारतीय नौसेना ने अगस्त 2023 में पांच बेड़े के सहायक जहाज़ों के अधिग्रहण के लिए एचएसएल के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे, जिनकी डिलीवरी 2027 के मध्य में शुरू होगी। नौसेना में शामिल होने पर, एफएसएस समुद्र में बेड़े के जहाजों की पुनःपूर्ति के माध्यम से भारतीय नौसेना की ‘ब्लू वाटर’ क्षमताओं को मजबूत करेगा। 40,000 टन से अधिक विस्थापन वाले ये जहाज ईंधन, पानी, गोला-बारूद और भंडार ले जाएँगे जो समुद्र में बेड़े के दीर्घकालिक और निरंतर संचालन को सक्षम बनाते हैं, जिससे इसकी पहुँच और गतिशीलता में वृद्धि होगी। स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित यह युद्धपोत भारतीय ओईएम से प्राप्त उपकरणों से सुसज्जित है। इसे प्राकृतिक आपदाओं के दौरान फंसे कर्मियों को निकालने और राहत सामग्री के शीघ्र वितरण के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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