
नई दिल्ली, 1 मई: रक्षा नवाचार के क्षेत्र में इंटेलिजेंस, सर्विलांस और टोही ड्रोन, कामिकेज ड्रोन, स्वार्म ड्रोन, लॉजिस्टिक्स ड्रोन और फर्स्ट-पर्सन व्यू ड्रोन के प्रभावशाली प्रदर्शन ने एक बार फिर स्वदेशी रक्षा उपकरण निर्माताओं की गुणवत्ता पर मोहर लगा दी है।
यह बातें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून छावनी के जसवंत ग्राउंड में आयोजित दो दिवसीय सूर्य द्रोण टेक 2025 प्रदर्शनी के समापन समारोह में कहीं। प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ने सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम) के सहयोग से किया था। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में उपयोगी सिंथेटिक अपर्चर रडार और इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस के लिए विकसित विशेष सिस्टम के साथ हवाई, जमीनी और भूमिगत संचालन के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम प्रदर्शित किए गए।
इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता मौजूद रहे। अनिंद्य सेनगुप्ता ने कहा, यह कार्यक्रम मानव रहित प्रणालियों के विकास के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है, जो एक सुरक्षित, तकनीक-सशक्त भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।वहीं, एसआईडीएम के वरिष्ठ प्रतिनिधि ने कहा, सूर्य द्रोण टेक 2025 एक गेम-चेंजर रहा है, जिसने भारत के जीवंत ड्रोन उद्योग और रक्षा क्षेत्र के बीच की खाई को पाट दिया है और मानवरहित प्रणालियों में हमारी बढ़ती ताकत को प्रदर्शित किया है।