
नई दिल्ली, 27 मार्च :चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने भविष्य के युद्धों की उभरती चुनौतियों, विशेष रूप से साइबर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम और संज्ञानात्मक क्षेत्रों में तैयारी पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। वह आईआईटी कानपुर में आयोजित एक तकनीक संबंधी कार्यक्रम में बोल रहे थे।
जनरल अनिल चौहान ने कहा, भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तकनीकी प्रगति, रणनीतिक सोच और अनुकूलनशीलता को अपना बहुत जरूरी है। उन्होंने अनुशासन और उदारता, साहस और बलिदान के मूल्यों का उल्लेख करते हुए छात्रों और एनसीसी कैडेट्स सहित युवा दर्शकों को रक्षा और प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर वायुसेना के सेंट्रल एयर कमांड के एओसी-इन-सी, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो मनिंद्र अग्रवाल भी मौजूद रहे।