
अमर सैनी
नोएडा। ग्रेनो वेस्ट स्थित इको विलेज-1 सोसाइटी के लोगों ने रविवार को इको मार्ट के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य रुकवाकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि बिल्डर के पास कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए धन है, लेकिन सोसाइटी की सुविधाओं को दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है। इस मामले में प्रबंधन के साथ बैठक के बाद लोगों ने बिल्डर को एक सप्ताह की मोहलत दी।
इको विलेज-1 निवासी संजय शर्मा ने बताया कि सोसाइटी के 50 टावर में करीब छह हजार परिवार रहते हैं, जिनके हितों की अनदेखी बिल्डर और आईआरपी कर रहे हैं। टावर के फायर सेफ्टी अलार्म, लिफ्ट, बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर और एसटीपी के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस मामले में सुनवाई के लिए बिल्डर तारीख बढ़ रहा है और आईआरपी की ओर से फंड नहीं रिलीज किया जाता। आरोप है कि बिल्डर के पास लोगों को सुविधा देने के लिए रकम नहीं है, जबकि कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में दिन-रात काम चल रहा है। इस परियोजना में फंड की कोई कमी नहीं है। प्राधिकरण की मीटिंग में सहमति बनी थी कि जब तक बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता, तब तक बिजली भार बढ़ाने के लिए फैसिलिटी 11,800 रुपये जीएसटी समेत लेगा, लेकिन कुछ दिनों बाद ही फिर से 29,500 रुपये लिए जा रहे हैं। वहीं, बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति बदहाल है। इसके विरोध में लोगों ने कॉमर्शियल प्रोजेक्ट के काम को रुकवाया और विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद बिल्डर प्रोजेक्ट हेड बीके मिश्रा ने आईआरपी और मैनेजमेंट से सोसाइटी के लोगों की बैठक तत्काल कराने की बात कही। इसके बाद लोगों ने बिल्डर को एक सप्ताह की मोहलत दी। इस मौके पर महिंद्रा, जीत बहादुर, शशिभूषण, मुकेश ओझा, संजय, हिमांशु गुप्ता, आनंद पाल, सतेंद्र, बाजपेई, राकेश बस्सी, गौतम बासु, विनीत राय, कमल, जे जैन, विशाल और वीरेंद्र आदि उपस्थित थे।