नई दिल्ली, 25 अगस्त: पूर्वी दिल्ली के हेडगेवार अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट होने की जानकारी सामने आई है। मारपीट का आरोप मरीज के तीमारदार पर लगा है जो पूरी तरह नशे में धुत्त था। इस घटना के चलते अस्पताल के डॉक्टरों में आक्रोश है।
इस संबंध में डॉ हेडगेवार आरोग्य संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने बताया कि रविवार की दोपहर इलाज के लिए आपातकालीन विभाग पहुंचे एक मरीज के तीमारदार ने अस्पताल के जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट की है। इस घटना की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मेघाली को जानकारी देने के बावजूद अस्पताल प्रशासन ने मरीज के तीमारदार के खिलाफ संस्थागत एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। जबकि हाल ही में डीजीएचएस ने छह घंटे के भीतर संस्थानिक एफआईआर दर्ज करने के निर्देश सभी चिकित्सा संस्थानों को दिए हैं। आरडीए के मुताबिक डॉक्टर समुदाय ऐसी ही घटनाओं के खिलाफ क़ानूनी संरक्षण चाहता है ताकि वह कार्यस्थल पर बेखौफ होकर अपनी ड्यूटी कर सके।
क्या है मामला ?
रविवार दोपहर करीब सवा बारह बजे एक मरीज हेडगेवार अस्पताल के आपातकालीन विभाग में इलाज कराने आया था, जिसे झगड़े के दौरान चोट लगी थी। ड्यूटी पर तैनात जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहा था। इस दौरान मरीज का तीमारदार भी मौजूद था जो नशे में धुत्त था। जब डॉक्टर मरीज के जख्म पर टांके लगा रहा था, तब मरीज अपने तीमारदार को देख -देख कर न सिर्फ चिल्ला रहा था बल्कि बार- बार अपने हाथ मोड़कर अपने सीने पर रख रहा था। ऐसा होने से मरीज के जख्म वाली त्वचा पर टांके नहीं लग पा रहे थे। इसके बाद डॉक्टर ने मरीज के तीमारदार को कमरे से बाहर जाने के लिए कहा तो वह बाहर जाने के बजाय डॉक्टर पर ही भड़क गया और गंदी -गंदी व अश्लील गालियां देने लगा। साथ ही गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने लगा। गालियों का विरोध करने पर मरीज के तीमारदार ने डॉक्टर के साथ हाथापाई भी करनी शुरू कर दी और उसे बुरी तरह पीट दिया।