अमर सैनी
नोएडा। गाजियाबाद से गैंगस्टर एक्ट में वांछित और 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश उमर हुसैन को बुधवार को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। यह आरोपी कोविड महामारी के दौरान 2020 में गाजियाबाद जेल से पैरोल पर छूटा था और वापस जेल नहीं लौटा। तभी से गाजियाबाद पुलिस और एसटीएफ की टीमें इसकी तलाश कर रही थीं।
नोएडा एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक आरके मिश्रा ने बताया- आरोपी उमर हुसैन पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर का रहने वाला है। उसके खिलाफ गाजियाबाद नगर कोतवाली में 2020 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। एसटीएफ को सूचना मिली कि यह आरोपी ग्रेटर नोएडा के यमुना बाढ़ क्षेत्र में छिपा हुआ है। इसी सूचना पर बुधवार को छापेमारी कर उमर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया। कई बार चोरी में पकड़ा जा चुका है उमर एएसपी ने बताया- उमर हुसैन 35 साल का है और अनपढ़ है। 2011 से वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आकर सिलाई का काम करने लगा था। वर्ष 2016 में उसकी मुलाकात नोएडा में पश्चिम बंगाल के राजा और बिहार के अफरोज और शब्बीर से हुई। इसके बाद तीनों ने नोएडा में बंद घरों में चोरी करना शुरू कर दिया। इस मामले में उमर वर्ष 2016 में जेल भी गया और दो महीने बाद जेल से छूटने के बाद उसने फिर से चोरी करना शुरू कर दिया। वर्ष 2017 में नोएडा के बीटा-2 थाना पुलिस ने उमर को चोरी के मामले में फिर से जेल भेजा। एक महीने बाद वह फिर से रिहा हो गया।
दिल्ली-यूपी में दर्ज हैं 12 मुकदमे
वर्ष 2019 में गाजियाबाद कोतवाली पुलिस ने उमर को चोरी के आरोप में जेल भेजा था। वर्ष 2020 में कोविड महामारी आ गई। जिसके चलते उसे पैरोल पर रिहा कर दिया गया। पैरोल का समय पूरा होने के बावजूद उमर वापस जेल नहीं गया। जिस पर उसे भगोड़ा घोषित कर 50 हजार का इनाम रखा गया। उमर के खिलाफ नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली में कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं।