Ek Deewane Ki Deewaniyat Review: हर्षवर्धन राणे की फिल्म टाइम पास भी नहीं कर पाई
Ek Deewane Ki Deewaniyat हर्षवर्धन राणे के लिए उम्मीदों भरी वापसी थी, लेकिन फिल्म कहानी और पटकथा में नयापन न होने के कारण दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाई।
Ek Deewane Ki Deewaniyat हर्षवर्धन राणे के लिए उम्मीदों भरी वापसी थी, लेकिन फिल्म कहानी और पटकथा में नयापन न होने के कारण दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाई।
Ek Deewane Ki Deewaniyat का रिव्यू
Ek Deewane Ki Deewaniyat हर्षवर्धन राणे के लिए एक आशाजनक वापसी लग रही थी, लेकिन फिल्म उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। कहानी में कोई नयापन नहीं है और ऐसा लगता है कि निर्माता 90 के दशक की फिल्मों को फिर से बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नाकाम रहे।
सोशल मीडिया के इस दौर में कोई भी अकेला या लाचार नहीं है। यह प्लेटफ़ॉर्म लोगों को अपनी बात साझा करने का मौका देता है। ऐसे समय में अगर कोई फिल्म निर्माता ऐसी कहानी पेश करता है जिसमें एक लड़की किसी लड़के की वजह से परेशान हो और कुछ न कर सके, तो दर्शक उस पर यकीन नहीं कर पाएंगे।

Ek Deewane Ki Deewaniyat Review: कहानी
फिल्म की कहानी विक्रमादित्य नाम के युवक के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका किरदार हर्षवर्धन राणे निभा रहे हैं। वह अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाता है और मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ता है। इसी बीच उसकी नजर मशहूर अभिनेत्री अदा रंधावा (सोनम बाजवा) पर पड़ती है और वह उससे पहली नजर में प्यार कर बैठता है।
विक्रमादित्य अदा से मिलने जाता है और बातचीत में उसकी खूब तारीफ करता है, लेकिन अदा उससे मिलने से इनकार कर देती है। विक्रमादित्य उसे प्रपोज करता है, लेकिन अदा साफ कह देती है कि वह न तो उससे प्यार करती है और न ही शादी करेगी। इसके बाद विक्रमादित्य अदा के सामने अपना असली रूप दिखाता है और उसे परेशान करना शुरू कर देता है। अदा की बहन, मां और पिता भी उसकी योजना का शिकार होते हैं। इसके बावजूद अदा शांत रहती है, लेकिन एक दिन वह सीधे विक्रमादित्य की चुनावी रैली में पहुंचती है।
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Ek Deewane Ki Deewaniyat Review: एक्टिंग और प्रदर्शन
निर्देशक मिलाप जावेरी ने फिल्म में कुछ पुराने तत्वों को नए तरीके से पेश करने की कोशिश की है। हालांकि अभिनय के मामले में हर्षवर्धन राणे और सोनम बाजवा की जोड़ी काबिल-ए-तारीफ है। दोनों ने अपने किरदारों में अच्छा अभिनय किया और उनकी मेहनत साफ नजर आती है।
Ek Deewane Ki Deewaniyat कहानी में नयापन न होने और पटकथा की फीकी प्रस्तुति के कारण यह फिल्म दर्शकों को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाई। संवाद और गाने अच्छे हैं, लेकिन कुल मिलाकर फिल्म सिर्फ एक बार टाइम पास के लिए देखी जा सकती है। इस फिल्म को मैं 5 में से 2 स्टार देता हूँ।





