महिला थाने में दर्ज दहेज उत्पीड़न के मामलों में 95 फीसदी की कमी
महिला थाने में दर्ज दहेज उत्पीड़न के मामलों में 95 फीसदी की कमी

अमर सैनी
नोएडा। महिला थाने में दर्ज दहेज उत्पीड़न के मामलों में 95 फीसदी की कमी आई है। पिछले साल दर्ज 105 मामलों की तुलना में इस साल सिर्फ छह मामले दर्ज हुए हैं। काउंसलिंग के जरिए रिश्तों में गांठें खुल रही हैं। हर दिन पांच से 10 जोड़े अलग होने से बच रहे हैं।
पति-पत्नी के बीच विवाद के बाद वर्ष 2023 में कुल 2939 आवेदन आए थे। काउंसलिंग के जरिए 2810 मामलों का समाधान किया गया। इसके अलावा वर्ष 2024 में अब तक कुल 851 आवेदन आए हैं। इनमें से 688 का काउंसलिंग के जरिए समाधान किया जा चुका है। शेष की काउंसलिंग चल रही है। डीसीपी महिला सुरक्षा रविशंकर निम ने बताया कि काउंसलिंग के जरिए परिवारों को टूटने से बचाया जा रहा है। काउंसलिंग के दौरान ज्यादातर मामले ऐसे होते हैं, जिनमें छोटी-छोटी बातें बाद में बड़ा रूप ले लेती हैं। विवाद की जड़ तक जाकर उसका समाधान किया जा रहा है। यही वजह है कि यह सफलता मिल रही है।
पेशेवर काउंसलर करते हैं काउंसलिंग
पुलिस की मौजूदगी में पांच से छह सदस्यों की टीम काउंसलिंग करती है। इसमें एमिटी यूनिवर्सिटी के पेशेवर काउंसलर होते हैं। सप्ताह में पांच दिन काउंसलिंग की जाती है। इसमें अधिवक्ता भी शामिल होते हैं।