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देश में मंकी पॉक्स क्लेड 1बी का पहला मरीज मिला

-इससे पहले दिल्ली के मरीज में मिला था मंकी पॉक्स का क्लेड 2 स्ट्रेन

नई दिल्ली, 23 सितम्बर : देश में एमपॉक्स या मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज में मंकीपॉक्स का क्लेड 1बी स्ट्रेन पाया गया है जो डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी में शामिल संक्रामक स्ट्रेन है। यह मरीज पिछले हफ्ते ही संयुक्त अरब अमीरात के शहर दुबई से केरल लौटा था।

दरअसल, बीते 9 सितंबर को देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था जिसकी पुष्टि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने की थी। इस दौरान बताया गया था कि विदेश से लौटे एक व्यक्ति को 8 सितंबर को मंकीपॉक्स के संदेह में लोकनायक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इस हिसार वासी मरीज के सैंपल की जांच आईसीएमआर की लैब में कराई गई तो उसमें मंकीपॉक्स के स्ट्रेन क्लेड 2 की पुष्टि हुई थी। लेकिन अब जो मरीज केरल में मिला है, उसमें मंकीपॉक्स का क्लेड 1बी स्ट्रेन पाया गया है जिसे लेकर वैश्विक अलर्ट जारी है।

इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा, मंकीपॉक्स के खतरे को रोकने के लिए सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। साथ ही राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की ओर से मंकीपॉक्स पर जारी सीडी-अलर्ट (कम्युनिकेबल डिजीज अलर्ट) पर एक्शन लिया जाना चाहिए। इसके अलावा राज्यों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा करनी चाहिए।

केरल के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पीड़ित 38 साल का है। 17 सितंबर को मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले युवा पुरुषों में सामने आए हैं, जिनकी वैश्विक औसत आयु 34 वर्ष (सीमा 18-44 वर्ष) है। सबसे ज्यादा मामले सेक्सुअल कॉन्टेक्ट से संक्रमण के हैं। इसके बाद पर्सन-टू-पर्सन नॉन सेक्सुअल कॉन्टेक्ट के मामले हैं। भारत में मंकीपॉक्स की जांच के लिए 32 लेबोरेटरी मौजूद हैं।

एमपॉक्स का क्लेड 1बी स्ट्रेन क्या है
क्लेड 1बी मंकीपॉक्स वायरस निकट शारीरिक संपर्क से फैलता है। यह प्रकृति में विषैला होता है। मंकीपॉक्स मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के घावों, शारीरिक तरल पदार्थ या श्वसन बूंदों के साथ निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है। यह स्ट्रेन, त्वचा पर दाने या लंबे समय तक रहने वाले जननांग घावों के रूप में दिखता है। क्लेड 1बी के कारण, वयस्कों में मृत्यु का जोखिम 5% और बच्चों में 10% अधिक है। क्लेड 1बी के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए अध्ययन चल रहे हैं।

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