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Delhi: सांस्कृतिक राष्ट्रवादी चिकित्सक संघ द्वारा त्रिशूल दीक्षा और आक्रोश मार्च का आयोजन

Delhi: सांस्कृतिक राष्ट्रवादी चिकित्सक संघ द्वारा त्रिशूल दीक्षा और आक्रोश मार्च का आयोजन

रिपोर्ट: रवि डालमिया

Delhi: 15 दिसंबर 2024 को सांस्कृतिक राष्ट्रवादी चिकित्सक संघ के तत्वावधान में 101 चिकित्सकों की त्रिशूल दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके पश्चात बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में एक आक्रोश मार्च निकाला गया। कार्यक्रम के अंत में जीटीबी एनक्लेव थाने के एसएचओ को गृहमंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अत्याचार रोकने की अपील की गई।

त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम में महामंडलेश्वर संत नवल किशोर दास जी ने कहा कि त्रिशूल शक्ति का प्रतीक है, जिसका उपयोग धर्म की रक्षा और जागृति के लिए होता है। यह किसी को हानि पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि आत्मसुरक्षा के प्रतीक के रूप में उपयोग किया जाता है।

आक्रोश मार्च में 500 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया और दिलशाद गार्डन क्षेत्र में नारे लगाते हुए मार्च को आगे बढ़ाया। इस कार्यक्रम में डॉक्टर राजेंद्र अग्रवाल, डॉक्टर कमल किशोर, डॉक्टर एस.के. गुप्ता, डॉक्टर मीनाक्षी, डॉक्टर सुरेश गॉड, डॉक्टर पीयूष जैन, डॉक्टर वरुण त्यागी, डॉक्टर निरुपमा, डॉक्टर मुस्कान, और डॉक्टर वैभव सहित कई चिकित्सकों की विशेष उपस्थिति रही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सांस्कृतिक राष्ट्रवादी चिकित्सक संघ की संयोजिका डॉ. ममता त्यागी ने की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को मजबूरी में सड़कों पर आना पड़ा है क्योंकि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को रोकने की तत्काल आवश्यकता है।

दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए सुरक्षा प्रबंधों के कारण कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ। डॉ. ममता त्यागी ने मीडिया का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम की आवाज जन-जन तक पहुंचाई।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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