
Delhi News : पंजाब में नशे के खिलाफ जंग के बीच एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED), जालंधर ने 23 जुलाई 2025 को डॉक्टर अमित बंसल, उनके परिवार और उनसे जुड़ी संस्थाओं की करीब 21 करोड़ रुपये की चल संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है और मामला बीएनएक्स (ब्यूप्रेनॉर्फिन/नालोक्सोन) दवाओं की अवैध बिक्री से जुड़ा है।
अवैध रूप से बेचा जा रहा था
जांच में सामने आया कि पंजाब के 22 निजी नशा मुक्ति केंद्र नशा छुड़ाने की दवाओं का दुरुपयोग कर रहे थे। ये दवाइयां बेहद सख्त नियमों के तहत ही दी जानी चाहिए, लेकिन इन्हें अवैध रूप से बेचा जा रहा था। इससे जुटाई गई काली कमाई को अलग-अलग बैंक खातों के जरिए खपाया गया, जिनका नियंत्रण डॉक्टर बंसल और उनके सहयोगियों के हाथ में था।
अर्थव्यवस्था की असल तस्वीर दिखाती है
ED का कहना है कि इस नेटवर्क में और भी बड़े नाम शामिल हो सकते हैं और जांच जारी है। यह कार्रवाई सिर्फ एक डॉक्टर या कुछ लोगों की करतूत नहीं, बल्कि पंजाब में नशे के कारोबार को पल-पल जिंदा रखने वाली काली अर्थव्यवस्था की असल तस्वीर दिखाती है।