
अमर सैनी
नोएडा। भारतीय धरोहर के सौजन्य से सेक्टर 34 के कम्युनिटी सेंटर में हो रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। कान्हा का हुआ अवतार बधाई बाजे गोकुल मे…नंदजी के अंगना बज रही बधाइयां जैसे वात्सल्य भाव वाले भजनों पर कथास्थल में मौजूद भक्तगण उत्साह और उमंग के साथ भाव विभोर होकर नाचते रहे।
कथावाचक आचार्य पवन नंदन महाराज ने कहा कि जब तक मनुष्य के हृदय में भक्ति का भाव अंकुरित नहीं होता है तब तक परमात्मा का प्रकाट्य नहीं होता है। उत्साह में ही उत्सव होता है। मनुष्य को धर्म का पालन मन से करना चाहिए क्योंकि जब जीव शिथिल होता है तो धर्म साथ छोड़कर चला जाता है। चलते-चलते गिरना स्वाभाविक है लेकिन गिरकर फिर नहीं उठना और आगे नहीं बढ़ना अपने आप में अपराध है।
आचार्य पवन नंदन महाराज ने कहा कि सांध्य की वेला में मनुष्य को चार काम नहीं करने चाहिए। संध्या समय में शयन करने से शरीर रोगी और भोजन करने से व्यक्ति क्लेश से युक्त हो जाता है। संध्या के समय रतिक्रिया करने से दुष्ट संतान का जन्म होगा। संध्या के समय पढ़ाई करने से याद किया हुआ याद नहीं आता है।