बाल विवाह के विरोध में किशोरी ने घर छोड़ा
बाल विवाह के विरोध में किशोरी ने घर छोड़ा
अमर सैनी
नोएडा। बाल विवाह के विरोध में 14 वर्षीय किशोरी अचानक घर छोड़कर चली गई। वह घर से 60 हजार रुपये लेकर अपनी चचेरी बहन के साथ चली गई। तीन दिन तक इधर-उधर घूमने के बाद दोनों अपनी मौसी के घर पहुंच गईं। चार दिन बाद सेक्टर-58 थाना पुलिस ने दोनों को ढूंढ निकाला। पुलिस ने किशोरी को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया।
मूल रूप से औरैया जिले की रहने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार के साथ गांव बिशनपुरा में किराए के मकान में रहती है। परिवार में पति के अलावा 14 वर्षीय बेटी और सात वर्षीय बेटी है। पति-पत्नी दोनों एक निजी कंपनी में काम करते हैं। बड़ी बेटी आठवीं और छोटी कक्षा दो में पढ़ती है। दोनों सुबह काम पर निकल जाती हैं और शाम को घर लौटती हैं। पीड़िता ने बताया कि 16 अक्टूबर की शाम घर लौटने पर पता चला कि बड़ी बेटी घर पर नहीं है। अलमारी चेक की तो उसमें से 60 हजार रुपये गायब थे। पीड़िता ने रिश्तेदार किशोर पर बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तलाश शुरू कर दी। थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि किशोरी की तलाश के लिए तीन टीमें गठित की गई थीं। जांच में पता चला कि किशोरी गांव बहलोलपुर में रहने वाली अपनी 15 वर्षीय चचेरी बहन के साथ गई थी। दो-तीन दिन घूमने के बाद दोनों औरैया पहुंच गए। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि उसके माता-पिता उसकी शादी कराना चाहते हैं, जबकि वह अभी पढ़ना चाहती है। उसने कई बार खुद को नाबालिग बताकर विरोध किया, लेकिन वे जल्द ही उसकी शादी करने की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस अब किशोरी के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। ताकि उसके बाद आगे की कार्रवाई की जा सके।