All Driver Welfare Association: ड्राइवरों की 31 सूत्री मांगों को लेकर ऑल ड्राइवर कल्याण संघ की प्रेस वार्ता
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
देश की राजधानी दिल्ली में ऑल ड्राइवर कल्याण संघ भारत एसोसिएशन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए अपनी संगठन की 31 सूत्री मांगें रखी। प्रेस वार्ता के दौरान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद और सात राज्यों से आए प्रदेश अध्यक्षों ने ड्राइवरों के मुद्दों को उठाया और कहा कि ड्राइवर देश की अर्थव्यवस्था में रीढ़ की हड्डी की तरह काम करते हैं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
सुरेंद्र प्रसाद ने कहा, “ड्राइवर ही हैं जो देश को सुचारू रूप से आगे बढ़ाते हैं, चाहे वह सामान का आदान-प्रदान हो या सवारियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाना। ड्राइवर हमेशा हर क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चलते हैं और देश को प्रगति की दिशा में ले जाते हैं। लेकिन आज ड्राइवर अपनी मांगों को लेकर सड़क पर बैठे हैं और सरकार मौन है।”
उन्होंने कहा कि ड्राइवरों को अपना हक पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए। संघ ने सरकार से ड्राइवर आयोग बनाने की मांग की, ताकि ड्राइवरों को उनकी मेहनत का उचित सम्मान मिल सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी ड्राइवर का एक्सीडेंट हो जाता है या वह सड़क पर मर जाता है, तो उनके परिवार को कोई सहायता नहीं मिलती। ना तो उन्हें क्लेम मिलता है और ना ही कोई पेंशन होती है।
सुरेंद्र प्रसाद और अन्य पदाधिकारियों ने सरकार से आग्रह किया कि ड्राइवरों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और उनके लिए एक ड्राइवर आयोग गठित किया जाए, ताकि उनकी स्थिति बेहतर हो सके।
संघ ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे सरकार के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सरकार को ड्राइवरों के हक में कदम उठाने चाहिए, ताकि उनकी स्थिति में सुधार हो सके।