आज से मानेकशॉ सेंटर में शुरू होगा भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव
- एनसीसी कैडेट्स और कॉलेज छात्रों को सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए किया जाएगा प्रेरित

नई दिल्ली, 7 नवम्बर: लोगों को सैनिकों की ‘शौर्य गाथा’ से परिचित कराने और सैन्य विरासत से अवगत कराने के लिए राजधानी दिल्ली में भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव’ आयोजित किया जा रहा है। इसका मकसद शिक्षा और पर्यटन के माध्यम से भारत की सैन्य विरासत को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है।
इस दो दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन सीडीएस जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख संयुक्त रूप से शुक्रवार को करेंगे। महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति, सैन्य इतिहास और सैन्य विरासत पर चर्चा की जाएगी जिसमें वैश्विक और भारतीय थिंक टैंकों के साथ सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के उपक्रम, गैर-लाभकारी संस्थाएं, शिक्षाविद और शोध विद्वान भाग लेंगे।
इस दौरान एनसीसी कैडेट्स और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के स्कूलों और कॉलेजों से आने वाले छात्रों को सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वहीं, तीनों सेनाओं के सूचनात्मक स्टॉल उनकी भूमिकाओं और इच्छुक युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों का प्रदर्शन करेंगे। इस वर्ष के उत्सव में रक्षा मंत्रालय, सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए), भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, डीआरडीओ, पर्यटन विभाग लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश सरकार, संस्कृति मंत्रालय और ब्रिटिश उच्चायोग के अधिकारी भी भाग लेंगे।