आईजीएल मीटर न होने से औद्योगिक इकाइयों के कनेक्शन अटके
आईजीएल मीटर न होने से औद्योगिक इकाइयों के कनेक्शन अटके
अमर सैनी
नोएडा। जिले के औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के मीटर न लगने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उद्यमियों के कनेक्शन स्वीकृत हो चुके हैं, लेकिन मीटर न होने के कारण अभी तक कनेक्शन एक्टिवेट नहीं हो पाए हैं। जिले में पांच सौ से अधिक उद्यमियों ने आईजीएल में कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। इनमें से 223 के कनेक्शन स्वीकृत हो चुके हैं। शेष उपभोक्ताओं के कनेक्शन स्वीकृत करने की प्रक्रिया जारी है। लेकिन मीटर न होने के कारण जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन स्वीकृत हो चुके हैं, उनके कनेक्शन भी एक्टिवेट नहीं हो पाए हैं।
सेक्टर-63 के उद्यमी एसके जोनेजा ने बताया कि कंपनी के नाम कनेक्शन स्वीकृत हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया है। मीटर की कमी के कारण अभी तक कनेक्शन एक्टिवेट नहीं हो पाए हैं। उन्होंने बताया कि जब तक आईजीएल की पीएनजी गैस चालू नहीं होती, तब तक डीजल जनरेटर को पीएनजी जनरेटर में नहीं बदला जा सकता। ऐसे में लाइट जाने पर डीजल जनरेटर चलाना पड़ता है। इससे उत्पादन लागत बढ़ने के साथ उद्यमियों की परेशानी भी बढ़ रही है। उधर, सेक्टर-58 के उद्यमी सुधीर कुमार ने बताया कि कनेक्शन मिलने के बाद भी मीटर न लगने और बिजली चालू न होने से परेशानी बढ़ती जा रही है। पहले तो कनेक्शन स्वीकृत होने में दो माह से अधिक का समय लग गया। अब जब कनेक्शन स्वीकृत हो गया है तो चालू नहीं किया जा रहा है। आइजीएल के अधिकारियों को उद्यमियों की परेशानी और सुविधा से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन सर्दी के मौसम में डीजल जनरेटर पर रोक के आदेश के बाद और परेशानी होगी।
कोट
आइजीएल के मीटर न होने से करीब सवा दो सौ उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं लग पाए हैं। सितंबर मध्य तक मीटर आने की उम्मीद है। मीटर आते ही औद्योगिक इकाइयों में मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। अन्य आवेदनों की जांच कर कनेक्शन स्वीकृत करने की प्रक्रिया चल रही है। -विक्रम, जीएम, (प्रोजेक्ट) आइजीएल।