नई दिल्ली/बेंगलुरु, 30 अगस्त : हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के हेलीकॉप्टर जल्द ही स्वदेशी इंजन ‘अरावली’ के जरिये उड़ान भरते नजर आएंगे। दरअसल, एचएएल ने सफल हेलीकॉप्टर इंजन प्राइवेट लिमिटेड (एसएएफएचएएल ) के साथ एक करार किया है। जिसके तहत ‘अरावली’ नामक एक नई पीढ़ी के उच्च शक्ति वाले इंजन के संयुक्त डिजाइन, विकास और निर्माण के साथ आपूर्ति का रास्ता साफ हो सकेगा। .
एचएएल के मुताबिक हमने 13-टन मीडियम लिफ्ट क्लास, इंडियन मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) और डेक-बेस्ड मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (डीबीएमआरएच) के लिए फ्रांसीसी तकनीक से इंजन विकसित करने का फैसला किया। इस संबंध में एचएएल के सीईओ (हेलीकॉप्टर कॉम्प्लेक्स) एस अंबुवेलन और सफ्रान हेलीकॉप्टर इंजन के सेल्स एंड मार्केटिंग के ईवीपी ओलिवियर सैविन ने शुक्रवार को बेंगलुरु में हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर एचएएल के सीएमडी सीबी अनंताकृष्णन ने कहा ”यह सहयोग भारत के एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वहीं, सफ्रान हेलीकॉप्टर इंजन के सीईओ सेड्रिक गोबेट ने कहा, हम एचएएल के साथ सहयोग के साथ-साथ भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों को समृद्ध कर रहे हैं। ‘अरावली’ नाम भारत की शक्तिशाली पर्वत श्रृंखला से लिया गया है, जो महत्वपूर्ण इंजन प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की देश की आकांक्षाओं का प्रतीक है।